चंडीगढ़ :दिवाली वैसे तो खुशियों और रौशनी का त्यौहार है, पर इस बीच लापरवाही के चलते कई लोगों को अस्पताल जाना पड़ गया. वजह है पटाखे. लोगों ने जमकर पटाखे तो फोड़े पर प्रशासन ने जो एडवाइजरी जारी की थी उसकी अनदेखी की गई और लापरवाही के साथ पटाखे जलाए. नतीजा ये कि ऐसे लोगों को जाना पड़ गया अस्पताल.
580 मरीज़ पहुंचे अस्पताल :चंडीगढ़ की बात करें तो शहर के अलग-अलग अस्पतालों में कुल 580 मरीज़ दाखिल किए गए. जो लोग अस्पताल पहुंचे उनमें से 26 मरीज़ ऐसे थे जिन्हें पटाखे जलाने के दौरान आंखों में चोट लगी थी. वहीं पीजीआई के इमरजेंसी में रात के वक्त 24 लोग ऐसे भर्ती हुए जिन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. कई मरीज़ ऐसे भी पहुंचे जो पटाखे जलाने के दौरान बुरी तरह जल गए थे. वहीं कई लोगों की त्यौहार मनाने के दौरान अचानक तबीयत ख़राब हो गई थी. इन सभी का डॉक्टरों ने इलाज किया. हालांकि अब सभी मरीज़ ख़तरे से बाहर है.
चंडीगढ़ के अस्पतालों में पहुंचे मरीज़ों का आंकड़ा दिवाली के लिए थी एडवाइज़री : आपको बता दें कि चंडीगढ़ प्रशासन ने दिवाली के लिए एडवाइज़री जारी की थी और सिर्फ ग्रीन पटाखे ही जलाने के लिए कहा था. साथ ही दिवाली के पटाखे जलाने के लिए रात 8 बजे से 10 बजे का टाइम दिया गया था. इसके अलावा लोगों से पटाखे जलाने के दौरान सावधानियों का ख्याल रखने की अपील भी की गई थी.
पटाखों से गिरी एयर क्वालिटी :पटाखे जलाने से ना सिर्फ लोग अस्पताल पहुंचे हैं, बल्कि शहर की एयर क्वालिटी में भी गिरावट दर्ज की गई है. चंडीगढ़ प्रदूषण नियंत्रण समिति शहर की एयर क्वालिटी की निगरानी करती है. उसके मुताबिक दिवाली के दिन शाम 6 बजे तक एयर क्वालिटी संतोषजनक थी ,पर शाम 6 बजे के बाद इसमें गिरावट देखने को मिली. रात 10 बजे तक तो कई जगहों पर हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पाई गई. वहीं शहर के कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 के पार भी दर्ज किया गया.
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