चंडीगढ़:किसानों के एक साल से चले आ रहे आंदोलन के बाद आखिरकार सरकार ने कृषि कानून वापस (farm laws repealed) लेने का फैसला ले लिया है. इस एक साल में लाखों लोग इस आंदोलन में शामिल हुए और अब सरकार के इस फैसले के बाद लोग अलग-अलग तरीकों से अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं. ऐसे में चंडीगढ़ के रहने वाले ऑटो चालक अनिल (chandigarh auto driver) अपने तरीके से इसका जश्न मना रहे हैं.
अनिल ने अपने ऑटो पर पोस्टर चिपकाए हैं, जिसमें लिखा है कि कृषि कानून वापस होने की खुशी में वह 10 दिनों तक सवारियों को फ्री में अपने ऑटो (Free auto ride in Chandigarh) में घूमाएंगे. सवारियों को लाने, ले जाने की एवज में सवारियों से कोई पैसा नहीं लेंगे. ईटीवी भारत से हुई बातचीत में ऑटो चालक अनिल ने बताया कि हमारे किसान भाई और बहन पिछले एक साल से अपने घरों को छोड़कर किसान आंदोलन के चलते सड़कों पर बैठे थे.
ये भी पढ़ें-Swachh Survekshan-2021: स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिग में चंडीगढ़ पिछड़ा, कांग्रेस ने भाजपा पर फोड़ा ठीकरा
इस दौरान उन्होंने सर्दी, गर्मी, बारिश किसी भी बात की परवाह नहीं की. आखिरकार उनकी जीत हुई है. सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला कर लिया है. इस बात से मैं भी बहुत खुश हूं और इसी खुशी में मैने शहर में 10 दिनों तक अपने ऑटो में फ्री में सवारियों को सफर कराऊंगा. सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक ऑटो में जो भी सवारी बैठेगी उनसे किसी तरह का किराया नहीं लिया जाएगा.
हालांकि किसी गरीब व्यक्ति के लिए 10 दिनों तक कोई कमाई ना करना एक बड़ी बात होती है, क्योंकि इसी कमाई से घर चलता है. इस बारे में बात करते हुए अनिल कुमार ने कहा कि उनके लिए पैसे का कोई महत्व नहीं है. वह अपना पेट भरने के लिए चार पैसे कमाते हैं, मगर उमका पेट पैसों से नहीं बल्कि किसानों द्वारा उगाए गए और फल सब्जियों से भरता है. अगर हमें अनाज और फल सब्जियां नहीं मिलेंगे तो हमारा पेट कैसे भरेगा.