चंडीगढ़:शहर में लॉकडाउन के खुलते ही अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि दिन के उजाले में हथियारों से लैस होकर शहर में प्रवेश कर वारदात को अंजाम देकर भाग रहे हैं. इससे शहरवासियों में दहशत का माहौल पैदा हो रहा है. लॉकडाउन के चलते शहर में अपराध का ग्राफ कम था, लेकिन जैसे ही लॉकडाउन खुला तो अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा.
वीपी सिंह बदनौर ने बढ़ते क्राइम ग्राफ पर लिया कड़ा संज्ञान
शहर में दो जगह शराब के कारोबारियों पर हमला होने की घटना पर चंडीगढ़ प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने बुधवार को पंजाब राजभवन में पुलिस प्रशासन के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में कड़ा संज्ञान लिया. प्रशासक ने पुलिस अधिकारियों को शहर में कानून व्यवस्था को बनाए रखने और गोली कांड की घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए.
'पुलिस नहीं कर रही वाहनों की जांच'
उन्होंने कहा कि जिस तरह से शहर में लोग हथियारों के साथ प्रवेश कर रहे हैं, उससे साफ होता है कि शहर के प्रवेश मार्गों पर पुलिस की ओर से वाहनों की जांच नहीं हो रही है. इस पर डीजीपी ने प्रशासक को सफाई देते हुए कहा कि गोलीकांड को अंजाम देने वाले आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर इन मामलों को सुलझा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में शामिल लोगों की पहचान करने का काम तेजी से चल रहा है और आने वाले दिनों में सभी को पकड़ लिया जाएगा.
डीजीपी ने प्रशासक के सामने रखे आंकड़े
वहीं डीजीपी ने प्रशासक को बताया कि शहर में अब तक 9 मर्डर केसों में से 8 को सुलझा लिया गया है और इसमें शामिल आरोपियों को पकड़ा जा चुका है. उन्होंने बताया कि शहर में डकैती की घटनाओं में 67 प्रतिशत, स्नैचिंग, चोरी एवं वाहन चोरी की घटनाओं में 50, 36 व 33 प्रतिशत की कमी आई है. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस शहर में पुराने लंबित केसों को हल करने में पूरी तत्परता के साथ काम कर रही है.
चंडीगढ़ प्रशासक बदनौर ने डीजीपी को शहर में पुलिस की पेट्रोलिंग को बढ़ाने के साथ नाकों पर वाहनों की जांच करने के आदेश दिए हैं. बैठक में प्रशासक के साथ सलाहकार मनोज परिदा, प्रिंसिपल सचिव होम एके गुप्ता, डीजीपी, डीआईजी, डीआईजी ट्रैफिक एवं सिक्योरिटी, एसएसपी मौजूद रहे.