चंडीगढ़/नई दिल्लीः मानेसर लैंड डील मामले में ईडी की कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान सामने आया है. हुड्डा का कहना है कि मेरे ऊपर राजनीतिक प्रतिशोध के तहत केस दर्ज हुआ है.
हुड्डा ने बताया कि ईडी में जो इंडस्ट्रीज प्लांट की जांच चल रही उसको लेकर बयान दर्ज करवाने गया था. उन्होंने बताया कि ईडी ने उनकी कोई प्रॉपर्टी अटैच नहीं की है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राजनीतिक प्रतिशोध के चलते ये कार्रवाई की जा रही है. पूर्व सीएम ने कहा कि वो किसी से दबने वाले नहीं हैं और जांच के लिए बिल्कुल तैयार हैं. उनका कहना है कि जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
ईडी की कार्रवाई पर हुड्डा का बयान वहीं मीडिया में खराब सेहत पर चल रही खबरों का भी पूर्व मुख्यमंत्री ने खंडन किया है. हुड्डा ने कहा कि मीडिया में कुछ गलत खबरें चल रही हैं, मेरी सेहत बिल्कुल ठीक है.
क्या है मानेसर लैंड डील मामला ?
- हरियाणा सरकार की ओर से 27 अगस्त 2004 और 25 अगस्त 2005 में लैंड एक्वीजिशन के तहत मानेसर के नौरंगपुर और लखनौला गांव में 912 एकड़ जमीन एक्वायर की गई थी.
- भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई वाली तत्कालीन हरियाणा सरकार पर मानेसर में इन दो गांवों की जमीन एक्वायर करने के नाम पर प्राइवेट बिल्डरों को फायदा पहुंचाने का आरोप है.
- मानेसर लैंड स्कैम मामले में 15 सितंबर 2015 को एफआईआर दर्ज की गई थी.
- जिसके बाद जांच में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व आईएएस अधिकारी तायल समेत 34 लोगों का नाम सामने आया था.
- मामले में आरोपी बनाए गए लोगों में कई अधिकारी और बिल्डर भी शामिल हैं.
- जमीन घोटाला मामले में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित 34 लोगों के खिलाफ फरवरी 2019 में चार्जशीट दाखिल की गई थी.