चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा जल्द ही डिजिटल होने जा रही है, जिसके बाद विधानसभा की सारी कार्यवाही पेपरलेस होगी और विधायक हाथों में टैब लेकर कार्यवाही में हिस्सा लेंगे. बुधवार को हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने विधानसभा के ई-विधान एप्लीकेशन सेवा केंद्र का उद्घाटन ( e-Vidhan Application Service Center Haryana) किया. इस सेवा केंद्र में विधानसभा में काम करने वाले अधिकारियों और प्रदेश के विधायकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि सभी लोग सत्र के दौरान डिजिटल विधानसभा में शामिल हों और उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी ना आए.
ईटीवी भारत से बात करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया (Gyanchand Gupta statement on Haryana digital Assembly) कि इस पहल से जहां एक तरफ विधानसभा की कार्यवाही पेपरलेस होगी. वहीं दूसरी ओर इससे खर्चा भी कम होगा. विधानसभा की कार्यवाही में हजारों कॉपी पेपर इस्तेमाल होता है, जो अब नहीं होगा. ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि ऐसा अनुमान है कि इस कदम से अगले 5 सालों में करीब 12 करोड़ रुपए बचेंगे. विधायक अपने लैपटॉप या टैब पर ही कार्यवाही के सारे सवाल-जवाब देख सकेंगे.
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विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विधानसभा को डिजिटल करने में करीब साढ़े 8 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. जिसमें से 40 फीसदी हिस्सा हरियाणा सरकार का होगा, जबकि 60 फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार की तरफ से होगा. इसके अलावा विधानसभा में कुछ और बदलाव भी किए जा रहे हैं. जैसे विधानसभा में विधायकों के बैठने की जगह पर लगे माइक को 1 फुट की जगह 2 फुट ऊंचा किया जाएगा, विधायकों के टैब रखने के लिए स्टैंड लगाया जाएगा ताकि विधायक बैठकर या खड़े होकर अपनी बात कह सकें.