अंबालाः प्रदेश स्तरीय नेशनल हेल्थ मिशन कर्मचारी संघ द्वारा 5 फरवरी से चली आ रही हड़ताल को गुरुवार को स्थगित कर दिया गया. इसके साथ ही अंबाला में भी एनएचएम कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल स्थगित कर मास जॉइनिंग का लेटर अंबाला के सीएमओ संत लाल वर्मा को सौंप दिया.
एक ओर जहां कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल खत्म कर काम पर वापिस लौटने का मन बनाया वहीं स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने एनएचएम कर्मचारियों को खरी-खरी सुना दी. उन्होंने कहा कि हम इन्हें नहीं रखना चाहते लेकिन लीनियंट व्यू देखते हुए इन्हें दोबारा कार्य पर लिया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज आमजन को भी मिलेगी राहत
बता दें कि प्रदेश स्तरीय एनएचएम कर्मियों की 5 फरवरी से चली आ रही हड़ताल आज एनएचएम कर्मियों ने स्थगित करी. जिससे ना सिर्फ स्वास्थ्य विभाग को बल्कि आमजन को भी काफी राहत मिलेगी.
एनएचएम कर्मियों द्वारा की जा रही हड़ताल से सभी इमरजेंसी सेवाएं जैसे एंबुलेंस सेवा डिलीवरी वार्ड एसएनसीयू वार्ड आदि सेवाएं काफी दिनों से प्रभावित हो रही थी और जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा था.
पीएम मोदी के आश्वासन पर थमे कर्मचारी
एनएचएम कर्मचारी संघ की उप प्रधान अनीता खन्ना ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मांगों पर कार्रवाई के आश्वासन और देश के मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए कर्मचारी संघ ने ये निर्णय लिया है. जिसमें राज्य कमेटी की बैठक हुई और फैसला लिया गया कि देश के हित में 5 फरवरी से चली आ रही हड़ताल स्थगित कर दिया जाए.
'किसी भी हालत में नहीं मानी जाएगी मांगे'
दूसरी ओर स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने साफ लफ्जो में कहा कि उनकी मांगे नहीं मानी जा सकती. ये उनका अपना फैसला है कि वो हड़ताल पर बैठे हैं या ना बैठे इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कहा था कि कर्मचारी हड़ताल छोड़कर ड्यूटी जॉइन कर ले लेकिन उन्होंने एक नहीं मानी और अब वो ड्यूटी पर वापिस आना चाहते हैं तो वह आ सकते हैं.