चंडीगढ़: हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विद्यालय शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के 69 शिक्षको को सम्मानित किया. सम्मान पाने वाले अध्यापकों ने अपने अनूठे प्रयास से स्कूलों में बच्चों के भविष्य को संवारने का काम किया है. किसी ने कोरोना की लहर में जान की परवाह किए बगैर शिक्षा की लौ जलाए रखी तो किसी ने गरीबों के बच्चों को स्कूल पहुंचाकर नई इबारत लिखी.
सरकारी पुरस्कार से सम्मानित इन अध्यापकों में ले एक हैं पानीपत की सीमा अहलावात. सीमा ने कोरोना काल में जब स्कूल बंद थे तो बच्चों को घर-घर किताब बांटकर उनकी पढ़ाई जारी रखी. उनकी इसी मेहनत को सरकार ने आज सम्मानित किया है. इसके अलावा भिवानी के मास्टर पवन कुमार ने झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले छात्रों को स्कूल की राह दिखाई. उनके प्रयास से सरकारी स्कूल में बच्चों की संख्या भी बढ़ी और ड्रॉप आउट रेट भी कम हुई.
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राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे. चंडीगढ़ में हुई शिक्षकों के सम्मान समारोह का शुभारंभ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए किया. इस मौके पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता तथा स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल भी उपस्थित थे. समारोह में स्कूल शिक्षा विभाग और यूनिसेफ द्वारा पासपोर्ट टू अर्निंग (पी2ई) फॉर स्कूल्स लर्निंग लिटरेसी कार्यक्रम का ब्रोशर भी राज्यपाल ने लांच किया. समारोह में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आदर्श शिक्षक और देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक प्रख्यात शिक्षाविद, आदर्श शिक्षक और महान दार्शनिक थे.
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज शिक्षक दिवस के अवसर पर हमें आत्ममंथन करना चाहिए कि सभी को शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य प्राप्त करने में क्या-क्या बाधाएं हैं और उनका निवारण कैसे किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे. इसी दिशा में सरकार ने प्रदेश में 1125 विशेष प्रशिक्षण केंद्र खोले हैं, जिनमें 28 हजार 139 आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रन को 6 महीनों का विशेष प्रशिक्षण देकर सामान्य स्कूलों में प्रवेश दिलाने की अच्छी कोशिश की गई है. ऐसे बच्चों के लिए कदम नामक अध्ययन सामग्री की विशेष टूल किट बनाई गई है.
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर भी मौजूद रहे. ये भी पढ़ें- Teachers Day 2023: पढ़ाई के साथ मस्ती की पाठशाला, बच्चे हंसते-हंसते हल करते हैं गणित के सवाल, ऐसी है चंडीगढ़ के इन गुरु जी की क्लास
कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अच्छे शिक्षक देश के निर्माता होते हैं. जो विद्यार्थियों को तराशते हुए उन्हें राष्ट्र हित का निर्माण करने के लिए दिशा प्रदान करते है. उन्होंने कहा कि युवा किसी भी देश की रीढ़ की हड्डी के समान हैं और अगर युवा कमजोर होगा तो देश कमजोर होगा. युवाओं को यह संकल्प लेना होगा कि वे नशे से दूर रहेंगे और इसका सेवन नहीं करेंगे.
समारोह में मौजूद शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि शिक्षक साधारण नहीं होता वो देश का भविष्य लिखता है. उन्होंने कहा कि बच्चे के जीवन में उसके माता-पिता से अधिक प्रभाव एक अध्यापक का होता है. एक अच्छा अध्यापक बच्चों में हुनर तराशने के साथ-साथ उन्हें अच्छे संस्कार देता है. एक बच्चे के जीवन में अध्यापक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है जो किसी भी विद्यार्थी के लिए प्रेरणा स्रोत होता है.
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