दिल्ली/चंडीगढ़: हाल ही में बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए अवतार सिंह भड़ाना अब जेजेपी में जा सकते हैं. जेजेपी के सूत्रों के मुताबिक पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना जेजेपी के संपर्क में हैं. इससे पहले भड़ाना बीजेपी से यूपी की मीरपुर सीट से विधायक थे. जहां उन्होंने बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा था. लेकिन इसके बाद कभी बिना चुनाव लड़े ही मंत्री बनने वाले अवतार भड़ाना को "न खुदा ही मिला, न विसाले सनम" क्योंकि जिस फरीदाबाद से टिकट की चाह में उन्होंने विधायकी छोड़ दी और बीजेपी भी छोड़ दी, वहां से कांग्रेस ने भी अवतार सिंह भड़ाना को टिकट नहीं दिया और उनके साथ खेल हो गया. अब खबरें ये हैं कि वो जेजेपी में जा सकते हैं.
जेजेपी में जाने की चर्चा क्यों ?
अवतार सिंह भड़ाना बीजेपी और इनेलो दोनों पार्टियों में रह चुके हैं और अभी कांग्रेस में हैं. अवतार सिंह भड़ाना फरीदाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने को बेताब हैं और बीजेपी अपने सभी उम्मीदवार उतार चुकी है. कांग्रेस ने भी भड़ाना को टिकट नहीं दिया. इनेलो में पहले ही वो जाकर देख चुके हैं वहां उनकी ज्यादा दाल उस वक्त भी नहीं गली थी.ऐसे में जेजेपी में जाने की उनकी खबरों को बल मिलता है क्योंकि अवतार भड़ाना की जरूरत जेजेपी पूरी कर सकती है और जेजेपी की जरूरत अवतार भड़ाना पूरी कर सकते हैं.
कई पार्टियों में रह चुके हैं भड़ाना
1988 में बिना विधायक बने ही अवतार सिंह भड़ाना को तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल ने राज्य मंत्री बना दिया था. इसके बाद 1991 में वो कांग्रेस के टिकट पर फरीदाबाद से सांसद बने. दशकों तक कांग्रेस में रहने वाले भड़ाना 2014 में मिली हार के बाद इनेलो ज्वाइन कर ली लेकिन वो वहां ज्यादा नहीं टिक पाये और 2015 में अवतार भड़ाना इनेलो छोड़कर बीजेपी में आ गए. अब वो बीजेपी छोड़कर फिर से कांग्रेस में हैं. लेकिन अब उनके जेजेपी में जाने की खबरें चल रही हैं.
राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं भड़ाना
अवतार सिंह भड़ाना 1991 में पहली बार कांग्रेस की टिकट पर फरीदाबाद से सांसद चुने गए थे. उसके बाद 1999 के लोकसभा चुनाव में अवतार सिंह भड़ाना को कांग्रेस ने मेरठ लोकसभा से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की. 2004 में अवतार सिंह भड़ाना फरीदाबाद से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे और जीत हासिल की. 2009 के लोकसभा चुनाव में अवतार सिंह ने फरीदाबाद से जीत दर्ज की. इसके अलावा अवतार भड़ाना ने 2017 में यूपी से बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता.