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23 जनवरी को कुरुक्षेत्र में होगा पूर्व सीएम हुड्डा का 'विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम'

पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा भिवानी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार पर की नीतियों पर जोरदार कटाक्ष किया. वहीं उन्होने जानकारी दी कि 23 जनवरी को कुरुक्षेत्र में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम (Vipaksh Apke Samaksh Program In Kurukshetra) आयोजित किया जाएगा.

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कुरुक्षेत्र में होगा पूर्व सीएम हुड्डा का 'विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम'

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Published : Dec 31, 2021, 7:01 PM IST

भिवानी: पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा शुक्रवार को भिवानी (Bhupinder Singh Hooda In Bhiwani) पहुंचे. इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ऐलान किया है कि विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम का अगला पड़ाव कुरुक्षेत्र होगा. कुरुक्षेत्र में 23 जनवरी को विपक्ष जनता के बीच पहुंचेगा और उनकी समस्याओं को सुनेगा.

इस मौके पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने बीजेपी-जेजेपी सरकार को हर मोर्चे पर विफल (bhupinder hooda on haryana government) करार दिया. उन्होंने कहा कि सरकार का रिपोर्ट कार्ड खुद उसकी विफलताओं को उजागर कर रहा है. कांग्रेस सरकार के दौरान 2014 से पहले हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, खिलाड़ियों और किसानों में पहले नंबर पर था, लेकिन बीजेपी-जेजेपी सरकार ने आज हरियाणा को बेरोजगारी, अपराध, भ्रष्टाचार, बदहाली और किसानों पर अत्याचार के मामले में नंबर वन बना दिया है. यही वजह है कि आज हर वर्ग इस सरकार से छुटकारा चाहता है.

हुड्डा ने कहा कि जो लोग बुजुर्गों को 5100 रुपये पेंशन देने का वादा करके सत्ता में आए थे, वो अपने वादे के विपरीत बुजुर्गों का सहारा छीनने का काम कर रहे हैं. इस सरकार ने ऐसे हजारों बुजुर्गों की पेंशन बंद कर दी है, जिन्हें कांग्रेस सरकार ने पेंशन सूची में शामिल किया था. इसलिए मौजूदा सरकार पिछली सरकार पर ठीकरा फोडऩे की बजाए सभी बुजुर्गों की पेंशन फिर बहाल करे.

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उन्होंने सरकार को नसीहत दी कि वह भविष्य में ऐसी कोई नीति ना बनाएं जिसके विरोध में किसानों को फिर सडकों पर उतरना पड़े. हुड्डा ने कहा कि डीएपी के बाद अब किसानों को यूरिया की किल्लत का सामना भी करना पड़ रहा है. सरकार किसानों को परेशान करना बंद करे और उसे समय रहते उचित मात्रा में खाद, बीज, दवाई और अन्य सामान मुहैया करवाए. साथ ही पिछले साल अलग-अलग वजहों से किसानों को हुए फसली नुकसान के लिए उन्हें भी उन्हें मुआवजा दे.

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