हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

भिवानी: एनएसयूआई ने फूंका केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल का पुतला - एनएसयूआई प्रदर्शन भिवानी

एनएसयूआई ने चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के मेन गेट पर एचआरडी केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल का पुतला दहन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. एनएसयूआई का कहना है कि सरकार कोरोना काल में परीक्षा आयोजित करा छात्रों और उनके परिवार की जान जोखिम में डालने का काम कर रही है.

nsui burnt effigy of hrd union minister ramesh pokhriyal in bhiwani
एनएसयूआई ने फूंका एचआरडी केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल का पुतला

By

Published : Jul 27, 2020, 5:06 PM IST

भिवानी:सोमवार को कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई 'एनएसयूआई' ने चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय(सीबीएलयू) के मेन गेट पर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने एचआरडी केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल का पुतला फूंक कर जोरदार नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव राकेश शर्मा कर रहे थे.

एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव राकेश शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार सभी वर्गों के साथ खिलवाड़ कर रही है. आज सभी वर्गों के लोग सड़कों पर हैं. बेरोजगारों की बड़ी फौज खड़ी हो गई है. एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव राकेश शर्मा ने कहा कि जहां प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री का घर सुरक्षित नहीं है. जहां देश में मुख्यमंत्री कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. वहां आम छात्र कैसे सुरक्षित हो सकते हैं. सरकार छात्रों के साथ-साथ उनके परिवार की जान भी जोखिम में डालने का काम कर रही है.

एनएसयूआई ने फूंका एचआरडी केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल का पुतला

उन्होंने सरकार से मांग की कि विद्यार्थियों की छह माह की फीस माफ किया जाए और फाईनल ईयर के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के पास किया जाए. राकेश शर्मा ने कहा कि एनएसयूआई किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होने देगी. इस अवसर पर एनएसयूआई के अनेक छात्रनेता उपस्थित थे.

बता दें कि, सात जुलाई को गृह मंत्रालय की ओर से केंद्रीय उच्च शिक्षा सचिव को पत्र लिखा गया. इस पत्र में मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों और संस्थानों को परीक्षा आयोजित करने की अनुमति दी थी. जिस पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बताया कि यूनिवर्सिटी में फाइनल ईयर की परीक्षाएं सितंबर के अंत में आयोजित की जाएंगी।. मंत्रालय ने परीक्षा का मोड चुनने की स्वतंत्रता दी है. मंत्रायल ने कहा है कि यूनिवर्सिटी अपनी सुविधा के मुताबिक ऑनलाइन, ऑफलाइन या मिश्रित मोड में परीक्षाएं आयोजित कर सकती हैं. चूंकी देश में कोरोना महामारी दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है. जिसको लेकर छात्र संगठन केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. छात्र संगठनों का कहना है कि सरकार कोरोना महामारी के दौरान परीक्षा आयोजित कराकर छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है.

ये भी पढ़ें: प्रदेश में गर्मी की छुट्टियों के बाद फिर से खुले स्कूल, नॉन टीचिंग स्टाफ का आना जरूरी

ABOUT THE AUTHOR

...view details