भिवानी: किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रदेश सरकार ने पशुपालन, डेयरी एवं मतस्य विभाग के माध्यम से मछली पालन को प्रोत्साहन देने की तरफ कदम बढ़ाया है. इसके तहत अब प्रदेश के किसानों को न केवल मछली पालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि ई-मार्केटिंग का खाका तैयार कर मछली पालकों का विवरण इस पर डाला जाएगा.
इसस प्रक्रिया से न केवल मछली पालकों तक ग्राहकों की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि अन्य मछली पालक भी इनसे मदद पा सकेंगे. ये बात पशुपालन, डेयरी एवं मतस्य विभाग के मुख्य सचिव डॉ. सुनील गुलाटी ने भिवानी में बताई.
'18 लाख रुपये तक की होगी मछली तैयार'
उन्होंने बताया कि अब हरियाणा प्रदेश में घरों में मुर्गी पालन की तर्ज पर घर के बैकयॉर्ड में ही मात्र एक हजार गज जगह में आठ महीने में 18 लाख रुपये तक की मछली तैयार की जा सकेंगी. इसके लिए अब उनके विभाग का लक्ष्य मछली पालकों को बेहतर प्रशिक्षण देकर परंपरागत मछली पालन से आगे बढ़ते हुए खारे पानी की मछलियों की नस्लों को तैयार करना है, ताकि किसानों की आय दोगुनी की जा सके.