भिवानी: आज दिन-प्रतिदिन कोई न कोई नई बीमारी जन्म ले रही है, जिसके कारण आज अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और संसाधनों की कमी होती जा रही है. लेकिन योग को अपनाकर व्यक्ति स्वस्थ शरीर पा सकता है, जिससे हम बीमारी और स्वास्थ्य पर होने वाले खर्चे से बच सकते हैं.
योग को घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से हरियाणा योग आयोग द्वारा 3 मई से प्रदेश स्तरीय ऑनलाईन आसन प्रतियोगिता करवाई जाती हैं जिसमें योग साधक विभिन्न योग क्रियाओं का प्रदर्शन कर लोगों को योग के जरिए स्वस्थ रहने के टिप्स दे रहे हैं.
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साथ ही योग साधकों का उत्साहवर्धन करने के लिए उन्हे सम्मानित भी किया जाता हैं. इसी के तहत 11 मई को आयोजित प्रतियोगिता में राजहंस आसन में बालवर्ग में भिवानी के कृष चावाला ने बाजी मारते हुए प्रथम स्थान हासिल किया है. बता दें कि कृष चावला जनस्वास्थ्य यमुनागर में कार्यरत्त कनिष्ठ अभियंता ब्रिजेश चावला का पुत्र हैं.
इससे पहले भी कृष विभिन्न योग प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुका है. इस मौके पर कृष चावला ने कहा कि कहा कि उन्होंने अंतराष्ट्रीय श्रीमहंत डॉ. अशोक गिरी महाराज से प्रेरणा लेकर ये मुकाम हासिल किया है.
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उन्होंने कहा कि डॉ. अशोक गिरी महाराज बहुत अच्छे योगी हैं. कृष ने कहा कि योग प्राणायाम पुरातन काल से ही हमारी दिनचर्या का एक अभिन्न अंग रहा है, जिसकी बदौलत हमारे ऋषि-मुनियों ने निरोग और शतायु जीवन जिया. उन्होंने कहा कि योग करने से न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में भी निरंतर वृद्धि होती है. ऐसा कोई रोग नहीं, जिसका निवारण योग करने से ना हो.
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उन्होंने कहा कि आज लोग योग की बजाए दवाईयों की तरफ ज्यादा रूझान करते हैं, जिसके कारण दिन-प्रतिदिन कोई न कोई नई बीमारी जन्म ले रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम दो घंटे प्रतिदिन योग करना चाहिए, जिससे न केवल स्वस्थ शरीर मिलता है, बल्कि मानसिक विकास भी तेजी से होता है.