किसानों ने सीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर मुआवजा देने की मांग की. भिवानी: बढ़ती सर्दी और पाले ने हरियाणा में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. कई इलाकों में तो फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं. परेशान किसान सरकार से राहत की उम्मीद लगाए हुए हैं. भिवानी के कई गांवों में फसलें खराब हुई हैं. इन गांवों के किसान मंगलवार को सरसों की बर्बाद हुई फसल लेकर लघु सचिवालय भिवानी पहुंचे. किसानों ने यहां उपायुक्त के माध्यम से सरकार को मांग पत्र सौंपा, जिसमें प्रति एकड़ 50 हजार रुपए का मुआवजा देने की मांग की गई.
किसानों का कहना है कि अगर सरकार ने उन्हें मुआवजा नहीं दिया, तो उनके परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा. ठंड व पाले से बर्बाद फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा भी अनिश्चितकालीन धरना दे रही है. भारतीय किसान सभा ने भी प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
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इसी कड़ी में रूपगढ़ व नाथुवास गांव के किसानों ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मुआवजा देने की मांग की है. किसान राजवीर व प्रमोद कुमार ने कहा कि सरसो की फसलों पर ही किसान निर्भर रहता है, इस बार पाले की मार ने सब बर्बाद कर दिया है. इस सरसों के सहारे ही किसान अपना परिवार पालते हैं, घर बनाते हैं. बच्चों की शादी करते हैं. उन्होंने कहा कि हर किसान को प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा दिया जाना चाहिए.
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उधर, मुआवजा की मांग को लेकर धरना दे रहे किसानों ने कहा कि जब तक बर्बाद फसलों की विशेष गिरदावरी के आदेश नहीं हो जाते किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. किसानों ने कहा कि पाले के कारण सरसों व सब्जियों में बहुत नुकसान हुआ है. किसानों ने सरकार पर 2020 में बर्बाद हुई खरीफ की फसल का मुआवजा भी वितरित करने की मांग दोहराई. किसानों ने बाजरे का भावान्तर मूल्य किसानों के बैंक खातों में जमा नहीं कराने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी.