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अंबाला: वाटर सैल्यूट से होगा राफेल विमानों का स्वागत

अंबाला में राफेल के स्वागत के लिए शानदार तैयारी की जा रही है. सभी राफेल विमानों को वाटर सैल्यूट यानी पानी से सलामी दी जाएगी. पढ़ें क्या होता है वैटर सैल्यूट और क्यों दी जाती है सलामी?

rafale fighter jet water salute ambala air force station
rafale fighter jet water salute ambala air force station

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Published : Jul 29, 2020, 1:39 PM IST

अंबाला: दुश्मनों के छक्के छुड़ा देने वाला राफेल लड़ाकू विमान बुधवार को भारत की धरती पर उतरेगा. फ्रांस के साथ हुए समझौते के तहत भारत को राफेल विमानों की पहली खेप मिल रही है, जिसके तहत अंबाला में पांच विमान आज पहुंचेंगे. अंबाला में राफेल के स्वागत के लिए शानदार तैयारी की जा रही है. सभी राफेल विमानों को वाटर सैल्यूट यानी पानी से सलामी दी जाएगी.

राफेल को वाटर सैल्यूट

अंबाला एयरबेस पर दोपहर दो या तीन बजे के करीब राफेल विमान पहुंचेंगे, जहां जब वो लैंड करेंगे तो उन पर पानी की बौछार की जाएगी. इसे ही वाटर सैल्यूट कहते हैं. भारतीय सेना में ये परंपरा रही है कि जब कभी कोई नया लड़ाकू विमान बेडे़ में शामिल होता है तो पानी की बौछार से उसका स्वागत किया जाता है.

भारत की धरती पर कदम रखते ही वाटर सैल्यूट से होगा राफेल विमानों का स्वागत

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल RKS भदौरिया भी अंबाला एयरबेस पर मौजूद रहेंगे. बता दें कि आज आधिकारिक तौर पर राफेल विमान वायुसेना में शामिल नहीं होंगे, सिर्फ आज इन्हें रिसीव किया जाएगा. अंबाला एयरबेस के पास सुरक्षा को बढ़ाया गया है, साथ ही धारा 144 लगा दी गई है. यहां सिर्फ आधिकारिक फोटोग्राफी को इजाजत दी गई है, अन्य किसी तरह की फोटोग्राफी पर बैन लगाया गया है. आसपास के गांव वालों से कहा गया है कि वो अपने घरों की छतों पर ना आएं.

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आपको बता दें कि मंगलवार को इन पांच विमानों ने फ्रांस से उड़ान भरी थी, जिसके बाद ये यूएई में रुके. और बुधवार सुबह यूएई से उड़ान भरकर भारत के लिए रवाना हुए. अंबाला में इनकी लैंडिंग की पूरी तैयारी है, लेकिन सुबह से वहां का मौसम खराब है. ऐसे में अगर जरूरत पड़ती है तो राजस्थान के जोधपुर में लैंडिंग करवाई जा सकती है. एक्सपर्ट्स की मानें तो इस विमान से भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ेगी, साथ ही अपनी ज़मीन में रहकर हम दुश्मन को वार कर सकेंगे.

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