अंबालाःकांग्रेस से बागी होकर अंबाला से चुनाव मैदान में उतरे निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है. दोनों नेता फरवरी में अपने समर्थकों की सलाह के बाद पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे. निर्मल सिंह ने ये घोषणा उत्तरी हरियाणा से भारी तादात में आए अपने समर्थकों के बीच की.
फरवरी में नई पार्टी की घोषणा
मीडिया से बातचीत करते हुए निर्मल सिंह ने कहा कि उनके समर्थकों ने एक मोर्चा बनाने का ऐलान किया है. जिसके झंडे और डंडे के बारे में निश्चित किया जाएगा और इसी को लेकर फरवरी में अंबाला शहर में एक विशाल जनसभा बुलाएंगे. जिसमें नई पार्टी के नाम और झंडे के निशान का भी फैसला लिया जाएगा. निर्मल सिंह ने ऐलान किया कि अगला विधानसभा चुनाव वो अपनी पार्टी के झंडे के नीचे ही लड़ेंगे.
कांग्रेस के बागी निर्मल सिंह ने किया नई पार्टी बनाने का ऐलान, क्लिक कर देखें वीडियो. सैलजा पर वार, हुड्डा से प्यार
निर्मल सिंह ने इस मौके पर विधानसभा चुनाव में धोखा देने पर कांग्रेस पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा को जमकर कोसा. इस दौरान उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके बड़े भाई हैं और वे उनका आदर करते हैं, लेकिन उनकी राजनीति उनसे अलग ही रहेगी.
ये भी पढ़ेंः- हरियाणा के मंत्रियों के लिए मंथन जारी, दिल्ली में हुई बीजेपी की मीटिंग
वहीं राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की पूर्व महासचिव रही चित्रा सरवारा ने कहा कि उनका ऐलान तो तभी हो चुका था जब वे निर्दलीय रूप से चुनाव लड़े थे और भारी जनसमर्थन भी उन्हें मिला. उन्होंने कहा कि अंबाला कैंट और अंबाला शहर के दो हलकों से उन्हें एक लाख लोगों का जन समर्थन मिला है और आज एक अलग पार्टी बनाने का फैसला भी इन्हीं लोगों का ऐलान है, जिसकी वह कद्र करते हैं.
ये भी पढ़ेंः- ईटीवी भारत पर बोलीं कांग्रेस की बागी नेता, 'कांग्रेस में टिकट मिलती नहीं, खरीदनी पड़ती है'
चित्रा सरवारा कहा कि ये एक बड़ी कामयाबी है कि केवल दो हलकों में ही उन्हें एक लाख वोट मिला है और अब उनकी बड़ी कामयाबी होगी कि वे आने वाले समय में लोगों को न्याय दिला सकें. चित्रा ने कहा कि चुनाव में जिन अलग-अलग पार्टियों ने उनको समर्थन दिया है और आगे भी किसी मंच पर यदि वे साथ इकट्ठे हो सकेंगे तो उन्हें अपने साथ रखेंगे.
आपको बता दें कि निर्मल सिंह हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष थे और उनकी बेटी चित्रा सरवारा राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की महासचिव थी. लेकिन विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी से बगावत कर दिया और निर्मल सिंह ने अंबाला सिटी और चित्रा सरवारा ने अंबाला कैंट सीट से चुनाव लड़ा था.
ये भी पढ़ेंः- बाबा मार्कण्डेय के चमत्कार की कहानी, नदी के नीचे से निकालनी पड़ी नहर