अंबाला: अंबाला कैंट के तोपखाना की जमीन के मालिकाना हक को लेकर लंबे अर्से से संघर्षरत्त इलाके के हजारों लोग डीसी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
तोपखाना निवासी मालिकाना हक जनसभा के अध्यक्ष शैलेंद्र की अगुवाई में डीसी कार्यालय पहुंचे थे, जहां शैलेंद्र ने बताया कि वह करीब पांच महीने से जमीन के मालिकाना हक के लिए आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक मामले में कोई सुध नहीं ली, जिस कारण इलाके के सभी लोग रोष प्रदर्शन करने डीसी कार्यालय पहुंचे.
बता दें कि बीते साल केंद्र सरकार की ओर से इलाके की 261 एकड़ जमीन राज्य सरकार को देने की बात चली थी, जिसके बदले में प्रदेश सरकार ने रक्षा मंत्रालय को इस जमीन के कलेक्टर रेट के हिसाब से अदायगी करनी थी, लेकिन यह मामला बीच अधर में ही लटक गया. जिसके बाद लोगों में आशियाना उजड़ने का डर पैदा हो गया. जिसको लेकर स्थानीय निवासियों ने अपनी जमीन के हक को लेकर डीसी अंबाला को ज्ञापन सौंपा.
कहां है जमीन और क्या है मामला?
168 एकड़ ये जमीन भूमि तोपखाना परेड में है, जबकि बची हुई जमीन दुधला मंडी, गुलाब मंडल में है. ये जमीन लीज पर है, जहां दशकों से बसे लोग खेती कर रहे हैं. ये भूमि ब्रिटिश हुकूमत के समय 1941 में लीज पर दी गई थी. इसके बाद डीईओ अंबाला द्वारा मई 1975 के बाद लीज को एक्सटेंड नहीं किया गया. लीज एक्सटेंड नहीं होने के बावजूद लोग यहां बसे थे.