अंबाला: कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन आज 14वें दिन में प्रवेश कर चुका है. एक तरफ जहां सरकार की ओर से आज किसानों को लिखित प्रस्ताव दिया जाएगा. वहीं दूसरी तरफ किसान अब भी कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. अंबाला में किसानों और पूर्व सैनिकों ने धरना प्रदर्शन कर सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की.
किसान आंदोलन: किसानों और पूर्व सैनिकों ने दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर हाइवे किया ब्लॉक
कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए किसानों और पूर्व सैनिकों ने दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर हाइवे ब्लॉक किया. दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान एसजीपीसी के सदस्य हरपाल सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार लगातर देश को बेचने का कार्य कर रही है. किसान विरोधी कानून लाकर न सिर्फ किसानों के पेट पर लात मारने का काम किया गया है बल्कि समूचे देशवासियों के साथ विश्वासघात किया गया है. जिसके लिए मोदी सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेकर किसानों से माफी मांगनी चाहिए.
वहीं पूर्व सैनिक वेलफेयर कमेटी के जिला अध्यक्ष अत्तर सिंह मुल्तानी ने कहा कि जिस देश का किसान और जवान सड़कों पर हो ये देश का दुर्भाग्य है. केंद्र की मोदी सरकार को जल्द से जल्द कृषि के तीनों कानून वापिस लेने चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जवानों की वन रैंक वन पेंशन की मांग अभी तक पूरी नहीं की गई है और पूरे देश मे मोदी वन रैंक वन पेंशन देने का ढोंग रच रहे है.