हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

हरियाणा में धुंध और शीतलहर ने बढ़ाई ठिठुरन, प्रदेश के इस जिले में हो रही शिमला से ज्यादा ठंड - अंबाला में सर्दी

Cold Wave in Ambala: इन दिनों पूरा उत्तर भारत धुंध और शीतलहर की चपेट में है. हरियाणा में बढ़ती सर्दी से कहीं लोग परेशान हैं तो कहीं पर लोग इस मौसम को खूब एंजॉय कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि अब उन्हें शिमला-मनाली जाने की जरूरत नहीं है. मौसम विभाग ने हरियाणा में 20 जनवरी तक शुष्क ठंड बढ़ने की संभावना जताई है. सूबे में धुंध का येलो अलर्ट जारी किया गया है.

Cold Wave in Ambala
Cold Wave in Ambala

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 19, 2024, 5:07 PM IST

अंबाला: उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. हालांकि इस बार पहाड़ी इलाकों में खास बर्फबारी देखने को नहीं मिली, लेकिन हरियाणा में लोग शिमला-मनाली जैसी ठंड का खूब आनंद ले रहे हैं. मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि अब उन्हें हिमाचल जाने की जरूरत नहीं है. क्योंकि शिमला से ज्यादा सर्दी इन दिनों मैदानी इलाकों में पड़ रही है.

हरियाणा के अंबाला में सर्दी से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त है. घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी काफी कम हो गई है. जिसके कारण वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगी हुई है. सर्दी से बचाव करने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं. लेकिन कुछ लोग घर पर ही पिकनिक जैसा आनंद ले रहे हैं. हरियाणा में नया साल शुरू होते ही धुंध और शीतलहर का प्रकोप है. आलम ये है कि लोग अब सूर्य देव के दर्शन तक को तरसने लगे हैं. हालांकि दिन के समय धुंध के बीच हल्की सी धूप निकलती है, लेकिन शाम होते-होते घना कोहरा और शीतलहर लोगों के लिए मुसीबत बन जाता है.

वहीं, इस घने कोहरे की चादर ने ट्रेन पर भी खासा प्रभाव डाला है. जिसके चलते हरियाणा में ट्रेनें भी देरी से चल रही हैं. साथ ही हवाई उड़ानों पर भी धुंध का असर देखा जा रहा है. अंबाला के लोगों का कहना है कि इस सर्दी ने लोगों के रोजगार पर भी असर डाला है. लेकिन कुछ लोग इस मौसम का खूब आनंद ले रहे हैं. उनका कहना है कि अंबाला में इस बार शिमला जैसा मौसम है. स्थानीय लोगों ने बताया कि अंबाला में करीब दस साल बाद ऐसा सुहाना मौसम बना है.

ये भी पढ़ें:कुरुक्षेत्र में कोहरे के चलते सड़क से लेकर रेल यातायात पर असर

ये भी पढ़ें:जींद में कोहरे से जनजीवन प्रभावित, सड़क से लेकर रेल यातायात पर असर

ABOUT THE AUTHOR

...view details