पानीपत:एनजीटी द्वारा ब्लीच हाउसों को अवैध घोषित किए जाने बावजूद भी पानीपत में बेखौफ ब्लीच हाउस खोलकर काम किया जा रहा है. बता दें कि, पानीपत में कुल 137 ब्लीच हाउस हैं जो कि एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार अवैध हैं और इनको चलाने पर रोक लगाई हुई है.
ब्लीच हाउस के कारण पीने का पानी हुआ दूषित
इन ब्लीच हाउस में रंग बिरंगे कपड़ों की कत्तरों को केमिकल युक्त पानी से साफ किया जाता है. केमिकल से कत्तरों का रंग निकाला जाता है जिसके बाद उसका धागा बनाया जाता है, लेकिन इस प्रक्रिया में हानिकारक केमिकल युक्त पानी को सड़कों व नालियों में बहा दिया जाता है या फिर आसपास के जोहड़ में भी छोड़ दिया जाता है, जिसके कारण आसपास के क्षेत्र का पानी पीने योग्य नहीं रहता. साथ ही अनेक बीमारियों भी पैदा हो जाती हैं.
ग्रामीण को हो रही गंभीर बीमारियां
वैसे तो पानीपत में कई जगहों पर अवैध ब्लीच हाउस चल रहे हैं, लेकिन पानीपत के छाजपुर व जालपाढ़ के बीच में बना ब्लीच हाउस दोनों गांवों के लिए समस्या बना हुआ है. दोनों गांवों के सरपंच इस ब्लीच हाउस को बंद करवाने के लिए कई बार शिकायत दे चुके हैं, लेकिन ये कुछ समय के लिए बंद होने के बाद फिर से खोल दिया जाता है. इन दोनों गांव के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और कई ग्रामीणों को गंभीर बीमारियां भी हो गई हैं.