पानीपत: पानीपत में लॉकडाउन के दौरान एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि बीते बुधवार को पानीपत के नवादा गांव में एक मुस्लिम महिला को दहेज के लालचियों ने मार कर कब्रिस्तान में दफना दिया गया. मृतक महिला के पिता का कहना है कि दहेज के चक्कर में उसकी बेटी को ससुराल पक्ष के लोगों ने मौत के घाट उतार दिया.
मृतिका के मायके वालों का कहना है कि शादी के बाद से ससुराल वाले बेटी को दहेज के लिए प्रताडि़त करने लगे थे. बेटी का घर बसाने के लिए उन्होंने उसे बाइक भी दे दी. इसके बाद भी उसका दामाद बेटी के साथ मारपीट कर कार की मांग करता था. उन्होंने बताया कि बेटी एक महीने से उसके पास रह रही थी. तीन दिन पहले उनक दामाद आया और गलती मानकर बेटी साहिबा और बच्चों को साथ ले गया.
पानीपतः दहेज की बलि चढ़ी विवाहिता, पुलिस ने कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव बुधवार शाम को कार न मिलने से खफा बेटी के ससुराल वोलों ने उनकी बेटी साहिबा की हत्या कर दी. और बिना पोस्टमार्टम कराए शव को दफना दिया. उन्होंने इसकी शिकायत शाहपुर थाने में दी. जिसके बाद थाना प्रभारी ने सनौली थाना प्रभारी को फोन कर इसकी सूचना दी.
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वहीं वीरवार को शाम पांच बजे बापौली के नायब तहसीलदार, ड्यूटी मजिस्ट्रेट नरेश कौशल, सनौली थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह और मोहर्रम ग्रामीणों के साथ कब्रिस्तान पहुंचे. लेकिन इस दौरान पानीपत से डॉक्टर नहीं पहुंचे. इसी वजह से शव तो कब्र से नहीं निकलवाया गया. वहीं शुक्रवार सुबह शव को कब्र से निकलवाकर सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया.