कुरुक्षेत्र: इन दिनों प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव की धूम है. इस महोत्सव में एक तरफ जहां लोक कला की झलकियां देखने को मिल रही हैं, तो दूसरी तरफ विभिन्न प्रदेशों की लोक संस्कृति भी खूब रंग जमा रही है.
कई रंगों की रोशनी से सराबोर हुआ ब्रह्मसरोवर तट
इस महोत्सव में एक तरफ धर्म और आस्था है तो दूसरी तरफ लोक संस्कृति भी देखने को मिल रही है. ब्रह्मसरोवर तट अलग-अलग रंगों की रोशनी से सराबोर है. दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों को लोक संस्कृति, नृत्य और शिल्पकलाओं को करीब से जानने का मौका मिल रहा है.