कुरुक्षेत्र: मंगलवार को धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के गांव किरमिच में किसान महापंचायत में पहुंचे इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर भी सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि इस्तीफा इसलिए दिया था कि कांग्रेस पार्टी उनके इस्तीफे को देखकर सरकार पर दबाव बनाएगी और किसानों का समर्थन करेगी, लेकिन सब कुछ इसके विपरीत हुआ.
अभय ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के साथ मिल गए और सरकार को और मजबूत करने में लग गए. साथ ही उन्होंने कई ऐसे उदाहरण दिए जिनमें उन्होंने सरकार को और कांग्रेस को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया.
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कुमारी शैलजा द्वारा दिया गए बयान जिसमें कुमारी शैलजा ने कहा था कि सरकार कोरोना के डर से नहीं बल्कि हार के डर से चुनाव टाल रही है. उन्होंने कहा कि वह कुमारी शैलजा के इस बयान का समर्थन करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की हालत ऐसी हो गई है कि वह सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो सकते हैं.
एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने ना तो किसानों से आंदोलन की बातचीत की पहल की है और ना ही प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से कोई ऐसा कदम उठाया गया है जिससे लगे वह किसान आंदोलन का हल चाहते हैं. आने वाली 2 मई को जब 5 विधानसभा चुनावों के नतीजे आएंगे तो सरकार को पता चल जाएगा कि किसान आंदोलन का कितना असर भारतीय जनता पार्टी पर पड़ेगा.
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