हिसार: जिले के गांव में नगथला में एक ही परिवार के चार पशुपालकों की पिछले 48 घटों में 35 दुधारू पशुओं की मौत हो चुकी हैं. अभी भी पशुओं के मरने का सिलसिला थमा नहीं रहा है. इतनी बड़ी तादाद में पशुओं के मरने से एक ही परिवार के पशुपालकों को लगभग 35 लाख रुपयों से अधिक का नुकसान हो चुका है.
चार भाई करते हैं पशुपालन
गांव में नगथला में चार सगे भाई बलबीर, रणबीर, दिनेश और सरजीत पशुपालन का काम करते हैं. इनके पास कुल 110 पशु हैं. जिनमें से 35 दुधारू पशुओं की पिछले 48 घंटे में मौत हो चुकी है. इनमें गाय और भैंस दोनों शामिल हैं. पशुपालकों का आरोप है कि इन्होंने पशुओं के मरने की सूचना पशुपालन विभाग को दी पर टीम देर से पहुंची.
48 घटों में रहस्यमयी बीमारी से 35 दुधारू पशुओं की मौत, देखें वीडियो पशुपालक रणबीर ने बताया कि अभी ये समझ नहीं आया कि किस कारण से पशुओं की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग और लुवास के चिकित्सकों को रविवार को सूचित किया था, लेकिन टीम रविवार को नहीं पहुंची. समय पर इलाज न मिलने के कारण उनके पशुओं की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि ऐसे में चिकित्सकों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इलाज करना चाहिए था लेकिन लेट इलाज किया गया.
खड़े-खड़े गिर जाते हैं पशु
रणबीर ने कहा कि अचानक पशु की तबीयत खराब होती है और खड़े पशु के पांव डगमगाने लगते हैं, थोड़ी देर बाद पशु दम तोड़ देता है अभी ये समझ नहीं आया है कि पशु किस बीमारी से मर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जब वे पशुओं को बीमा करवाने के लिए जाते हैं लेकिन कोई भी पशुओं का बीमा नहीं करता. उनकी हरियाणा के सीएम और प्रशासन से मांग है कि जो दुधारू पशु मर चुके हैं उनका उचित मुआवाज मिलना चाहिए.
पोस्टमार्टम किया गया
वहीं सूचना पर मौके पर पहुंची पशुपालन विभाग की टीम और लुवास की टीम ने पशुओं का इलाज शुरू कर दिया है. लुवास और पशुपालन विभाग की टीम ने अज्ञात बीमारी का पता लगाने के लिए मंगलवार को मृत पशुओं का पोस्टमार्टम किया और टीम ने मौके पर कई तरह के सैंपल लिए हैं. सैंपलों की रिपोर्ट तीन दिन बाद आने की संभावना है.
पशु चिकित्सक डॉ. मनीद्र ने बताया कि इस मामले में चिकित्सीय जांच के लिए लुवास और पशुपालन विभाग ने मिलकर टीमों का गठन किया है. उन्होंने बताया कि मृतक पशुओं का पोस्टमार्टम किया गया है. उन्होंने चारे, ब्लड और लारवा के सैंपल लिए हैं. ये सैंपल लुवास लेबोरेटरी में भेजे गए हैं. उन्होंने बताया कि तीन दिन बाद सैंपलों की रिपोर्ट आएगी जिसके बाद मौत के कारणों का पता चल पाएगा.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में चार जेल अस्थायी घोषित, कोरोना को देखते हुए लिया गया फैसला