चंडीगढ़:हरियाणा में 22 जून से वर्षा की गतिविधियों में कमी आई (Haryana weather update) है. वहीं, आज से प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट बदलेगा. आज से 30 जून तक प्रदेश में मौसम खराब रहने की संभावना है. मौसम विज्ञान की मानें तो 30 जून को मानसून हरियाणा में प्रवेश कर सकता है. वहीं विभाग द्वारा प्रदेश के अंदर 2 जुलाई तक हल्की बारिश से भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट बताया गया है. मौसम आमतौर पर खुश्क रहेगा. इस दौरान तापमान में भी गिरावट आ सकती (Weather Update of Haryana) है.
Weather Update of Haryana: हरियाणा में करवट बदलेगा मौसम, 2 जुलाई तक बारिश के आसार
हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश में आज से 2 जुलाई तक मौसम खराब रहने की संभावना (Haryana weather update) है. वहीं प्रदेश में पिछले सप्ताह बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. साथ ही ये बारिश किसानों के लिए वरदान बनकर (Weather Update of Haryana) बरसी.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खिचड़ ने बताया कि हरियाणा में 30 जून को मानसून प्रवेश कर सकता है. जिससे 2 जुलाई तक हल्की बारिश से भारी बारिश होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 28 जून तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहा, जबकि आज से राज्य में फिर से वर्षा की गतिविधियां शुरू हो सकती है.
जिला | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
चंडीगढ़ | 32°C | 24°C |
अम्बाला | 32°C | 23°C |
भिवानी | 32°C | 25°C |
फरीदाबाद | 32°C | 25°C |
फतेहाबाद | 38°C | 29°C |
गुड़गांव | 32°C | 23°C |
हिसार | 38°C | 24°C |
करनाल | 32°C | 23°C |
जींद | 37°C | 31°C |
कुरुक्षेत्र | 32°C | 24°C |
मेवात | 38°C | 25°C |
पंचकूला | 35°C | 28°C |
पानीपत | 32°C | 24°C |
रेवाड़ी | 37°C | 30°C |
रोहतक | 33°C | 24°C |
सिरसा | 33°C | 23°C |
सोनिपत | 36°C | 28°C |
चरखी दादरी | 39°C | 28°C |
राज्य में बारिश होने से उत्तरी क्षेत्र अधिक प्रभावित हो सकते हैं. बता दें प्रदेश में ये बारिश किसानों के लिए वरदान साबित (Weather Update of Haryana) होगी. मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से प्रदेश में 2 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहेगा. बारिश से राज्य के लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी. साथ ही ये बारिश फसलों के लिए जीवनदायनी बनेगी और तापमान में भी इस दौरान गिरावट दर्ज की जा सकती है.