चंडीगढ़ :हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने सहकारी फेडरेशन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक (Review meeting of Haryana Cooperative Minister) की. बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के हित में अहम निर्णय लिए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के निर्णय को सफल बनाने के लिए किसी तरह की कोई लापरवाही न की जाए. साथ ही सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकारी पैक्स (प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समिति) के माध्यम से सूक्ष्म सिंचाई योजना का कार्य शुरू किया जाए. इसके अलावा किसानों की सुविधा के लिए विश्राम गृहों में बिजली, पानी, शौचालय, कैंटीन आदि का अहम प्रबंध किए जाने के निर्देश दिए.
गन्ने की राशि का भुगतान किसान हित में सर्वोपरि-सहकारिता मंत्री - Meri Fasal Mera Byora Portal
हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक (Review meeting in Haryana) कर उन्हें किसानों के हित में लिए गए निर्णय को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि चीनी मिले किसानों के गन्ने की भुगतान को समय पर सुनिश्चित करें.
हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल (Review meeting in Haryana) ने चीनी मिलों को लेकर कहा कि चीनी मिलें किसानों को गन्ने की राशि का भुगतान करना सर्वोपरि रखें. चालू वित्त वर्ष के सीजन के दौरान लगभग 500 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य तय किया गया है. सभी चीनी मिलों में गन्ने की पिराई का कार्य नवम्बर माह के पहले सप्ताह में शुरू किया जाएगा. इसके लिए सभी तैयारियां अक्टूबर महीने के अंत तक अवश्य पूरी कर ली जाएं.
सहकारिता मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों की मरम्मत और रखरखाव सुनिश्चित किया जाए जिससे इस वर्ष गन्ना पिराई सीजन के दौरान कोई भी मिल बंद न हो सके. उन्होंने कहा कि चीनी मिलों की क्षमता बढ़ाने के अलावा एथनोल प्लांट लगाने, गुड़, खाण्ड, कैंण्डी आदि अन्य आवश्यक चीजों के बनाने पर विशेष बल दिया जाए ताकि चीनी मिलें आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकें. सहकारी चीनी मिलें गुड़ का निर्माण करके हैफेड व वीटा केन्द्रों पर बिक्री के लिए उपलब्ध करवाए.
उन्होंने कहा कि भविष्य में शुगर मिलों में गन्ने का बीज किसानों को उपलब्ध करवाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल (Meri Fasal Mera Byora Portal) पर गन्ना किसानों का रजिस्ट्रेशन करवाना सुनिश्चित किया जाए. इसके अलावा चीनी मिलों की उपलब्धता और आवश्यकताओं के लिए इन्वेंटरी मैनेजमेंट ऑनलाइन तैयार किया जाए जिससे सभी मिलों को इसके बारे में जानकारी मिल सके. सभी चीनी मिलों का व्हाटसअप ग्रुप बनाकर आपस में शेयर किया जाए.