बेंगलुरू:हरियाणा का संयम मोबाइल फोन के उपयोग और उनसे होने वाले दुष्प्रणामों के बारे में सभी को जागरूक करने का एक अहम काम कर रहा है. आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले इस बच्चे ने मोबाइल फोन से होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर रिसर्च की है.
ईटीवी भारत ने संयम से खास बातचीत की है, जिसमें संयम बताते हैं कि किस तरह मोबाइल की लत इंसान को गंभीर बीमारियों की से ग्रसित कर सकती है. उन्होंने मोबाइल की लत लगने का कारण भी बताया. संयम ने बताया कि हमने करनाल क्षेत्र के आस पास सर्वे किया, जिसके आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की गई.
जानें ईटीवी भारत से सभी को जागरूक करने वाले संयम की खास बातचीत में उन्होंने क्या जानकारी दी. रिपोर्ट में एक डाटा डाला गया है जिसमें साफ तौर पर मोबाइल से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी है. संयम बताते हैं कि इस सर्वे को करने में उन्हें दो से तीन दिन का समय लगा क्योंकि उन्होंने इसे करने के लिए समूह वितरित किए हुए थे.
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संयम ने बताया कि हमने रिसर्च में उम्रवार सूची की विवरण डाला हुआ है. उन्होंने बताया कि इस विवरण में साफ है कि 0 से 9 साल के और 30 साल से ऊपर के लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल बहुत कम करते हैं. इसके चलते उन्हें इससे होने वाली परेशानियों की आशंका भी कम ही रहती है.
इसके साथ ही उन्होंने वायर वाले इयरफोन को इस्तेमाल करने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि वायरलैस इयरफोन से रेडिएशन का खतरा ज्यादा बना रहता है. ईटीवी भारत से बातचीत में संयम ने बताया कि ऑनलाइन गेम का क्रेज जिस तरह युवाओं में बढ़ता जा रहा है, इसके बेहद ही गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं.
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