चंडीगढ़ः फ्लाइंग सिख के नाम से दुनिया में मशहूर मिल्खा सिंह (milkha singh)अब हमारे बीच नहीं रहे. 18-19 जून की दरम्यानी रात में खबर आई कि हमने मिल्खा सिंह को खो दिया है. लाखों लोगों के लिए प्रेरणा रहे मिल्खा सिंह का जीवन संघर्षों से भरा रहा, लेकिन कभी उन्होंने ये बात महसूस नहीं होने दी. हमेशा अपने स्वभाव से सामने वाले का दिल जीतने वाले मिल्खा सिंह को कोरोना हुआ था. लेकिन जिंदगी में ऐसी कई 'जंग' जीत चुके मिल्खा सिंह ने उसे भी मात दे दी. फिर भी कहते हैं ना कि एक दिन सबको जाना है तो मिल्खा सिंह भी चले गए.
19 मई को खबर आई कि मिल्खा सिंह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. लेकिन उस वक्त मिल्खा सिंह को ज्यादा दिक्कत नहीं थी तो वो घर पर ही आइसोलेट हो गए. लेकिन 5 दिन बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और 24 मई को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में उन्हें भर्ती करा दिया गया. इसके बाद 26 मई को पता लगा कि उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव हैं. जिसके बाद उन्हें भी उसी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया जिसमें मिल्खा सिंह पहले से थे.
डॉक्टर्स की तमाम कोशिशों के बाद भी मिल्खा सिंह की हालत में कोई खास सुधार नहीं हो रहा था, और अब उनका ऑक्सीजन लेवल भी गिरने लगा था. लिहाजा फोर्टिस अस्पताल से 3 जून की रात में मिल्खा सिंह को चंडीगढ़ पीजीआई लाया गया. लेकिन उनकी पत्नी फोर्टिस में ही रहीं.
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चंडीगढ़ पीजीआी आने के बाद धीरे-धीरे उनकी हालत में सुधार होने लगा. 5 जून के हेल्थ बुलिटिन में पीजीआई के डॉक्टर्स ने बताया कि अब फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह की तबीयत में काफी सुधार है और ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ रहा है. इसके बाद मिल्खा सिंह का कोरोना टेस्ट कराया गया लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव आई, फिर भी अच्छी बात ये थी कि उनकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा था.
...और पत्नी की मौत हो गई
कोरोना से लड़ रहे मिल्खा सिंह के लिए 13 जून को एक बुरी खबर आई. इसी महामारी से जूझ रहीं उनकी पत्नी निर्मल कौर (nirmal kaur) ने दम तोड़ दिया और पंचतत्व में विलीन हो गईं. बंटवारे के वक्त पाकिस्तान में अपना परिवार खोने वाले मिल्खा सिंह के लिए ये बड़ा झटका था. फिर भी एक योद्धा की तरह मिल्खा सिंह कोरोना से लड़ते रहे, और उनकी हालत स्थिर बनी रही.