चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विधानसभा का ये मॉनसून सत्र सरकार के इस कार्यकाल का आखिरी सत्र है. सीएम ने कहा कि विपक्ष को बोलने नहीं दिया गया यह बयान गलत है, क्योंकि विपक्ष को बोलने का पूरा समय दिया गया है बल्कि सत्तापक्ष सबसे कम बोला है. बीजेपी के सभी मंत्रियों ने विपक्ष के सवालों के जवाब दिए हैं, सीएम ने कहा कि अंतिम दिन तक हम हर बात का जवाब देंगे.
'विधानसभा में होंगे ठगबंधन के प्रयास'
वहीं पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अभय चौटाला की एक सीट पर बैठकर हुई गुफ्तगू पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे ठगबंधन बनते रहते हैं. लोकसभा में भी बहुत प्रयास किए गए थे, फिर से विधानसभा में भी इस तरह के प्रयास किए जाएंगे. इस प्रकार के प्रयास वही पार्टियां और नेता करते हैं जिनकी अपनी जमीन खिसक जाती है.
सीएम ने नेता प्रतिपक्ष के सवाल पर कहा कि इसमें सरकार का कोई रोल नहीं है और स्पीकर को अगर कांग्रेस विधायक प्रस्ताव देते तो नेता प्रतिपक्ष जरूर सत्र में होते. सीएम ने कहा कि उनके लोग क्या व्यवहार करते हैं, किसी को नेता प्रतिपक्ष चुनते हैं या नहीं ये उनका मामला है.
कांग्रेस से किया सीएम ने सवाल
वहीं अभय चौटाला के धरोदी माइनर के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विषय आज का नहीं है. अगर इस पर फैसला करना होता तो वह भी कर लेते, उनके समय में भी यह मामला उठा था. 19 साल पुराना विषय है जिसका इनेलो ने समाधान नहीं किया. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पानी छोड़ा और जो प्रश्न कर रहे हैं, रणदीप सिंह सुरजेवाला उन्होंने पानी बंद किया था. यह सवाल कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए. सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने इसे क्यों हल नहीं किया यह मेरा उन से सवाल है?
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के दो रोल होते हैं एक निगेटिव और एक पॉजिटिव. विपक्ष के दो ही काम हैं. एक तो सरकार की कमियों को बताना और दूसरा सुझाव देना. अभी तक 5 साल विपक्ष ने निगेटिव रोल निभाया है. सीएम ने कहा कि यह मौजूदा सरकार का अंतिम सत्र है और अगर इसमें कुछ पॉजिटिव काम विपक्ष करेगा तो यह अच्छा है.