चंडीगढ़: कोरोना वायरस को रोकने के लिए चंडीगढ़ में प्रशासन की ओर से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके बावजूद चंडीगढ़ में पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जिसके चलते चंडीगढ़ को रोग ग्रस्त क्षेत्र घोषित कर दिया गया है.
'चंडीगढ़ रोग ग्रस्त क्षेत्र घोषित'
ईटीवी भारत से बात करते हुए चंडीगढ़ नगर निगम के कमिश्नर केके यादव ने बताया कि जिस समय देश में लॉकडाउन घोषित किया गया था. तब चंडीगढ़ में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया था और अब चंडीगढ़ को रोग ग्रस्त क्षेत्र घोषित होने के बाद चंडीगढ़ की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. जिससे कोई भी बाहरी व्यक्ति चंडीगढ़ में प्रवेश ना कर सके अगर कोई व्यक्ति चंडीगढ़ में आता है तो उसे 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया जाएगा.
'8 लाख 50 हजार स्क्रीनिंग हुई'
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन हालात को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. कमिश्नर केके यादव ने कहा कि चंडीगढ़ में लोगों की स्क्रीनिंग करवाई जा रही है. चंडीगढ़ में अब तक करीब 8 लाख 50 हजार लोगों की स्क्रीनिंग करवाई जा चुकी है.
'डिलीवरी वालों की स्क्रीनिंग जरूरी'
चंडीगढ़ की कुल जनसंख्या लगभग 12 लाख 50 हजार है. इस तरह चंडीगढ़ में सिर्फ 4 लाख लोग ऐसे बचे हैं जिनकी स्क्रीनिंग नहीं हुई है वो भी आने वाले कुछ दिनों में करवा ली जाएगी. आम लोगों के साथ-साथ जो लोग घरों में फल, सब्जियां, दूध आदि सप्लाई कर रहे हैं. उन लोगों की स्क्रीनिंग भी कराई जा रही है क्योंकि लोग अपने घरों में सुरक्षित बैठे हैं. लेकिन जो लोग बाहर से सामान उन्हें देने आ रहे हैं. उन लोगों को भी सुरक्षित होना बेहद जरूरी है.
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