चंडीगढ़: हरियाणा में रक्षाबंधन के मौके पर पिछले 14 सालों से महिलाओं को रोडवेज की बसों में फ्री यात्रा कराई जा रही थी. लेकिन इस बार हरियाणा रोडवेज की बसों में महिलाएं फ्री में यात्रा नहीं कर पाएंगी. प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने इस विषय पर कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. जिसको देखते हुए इस बार महिलाओं को हरियाणा रोडवेज की बसों में फ्री सफर की सेवा नहीं दी जाएगी.
हुड्डा सरकार ने शुरू की थी रक्षाबंधन पर फ्री बस सेवा
बता दें कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार ने महिलाओं के लिए रक्षाबंधन के मौके पर हरियाणा रोडवेज में फ्री सेवा शुरू की थी. जिसमें महिलाओं के साथ छोटे बच्चों को भी बस में फ्री सफर कराया जाता था. वहीं इस बार रक्षाबंधन के मौके पर महिलाओं को इस सेवा से वंचित रखा जा रहा है.
परिवहन मंत्री का कहना है कि कोरोना के चलते ये सेवा इस बार नहीं दी जाएगी. जिसको लेकर हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष इन्द्र सिंह बधाना, प्रदेश महासचिव सरबत सिंह पूनिया एवं प्रेस प्रवक्ता श्रवण कुमार जांगड़ा की प्रतिक्रिया सामने आई है. उनका कहना है कि परिवहन मंत्री का ये फैसला बीजेपी-जेजेपी सरकार का महिला विरोधी होने का प्रमाण है.
कर्मचारी नेताओं ने सरकार के फैसले को बताया तुगलकी फरमान
कर्मचारी नेताओं का कहना है कि सरकार कोरोना महामारी की आड़ में तुगलकी फरमान जारी कर कर्मचारियों और जनता विरोधी फैसले ले रही है. उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री, सांसद और विधायक कोरोना महामारी के दौरान भी अपनी लग्जरी सुविधाओं को बढ़ाने में लगे हुए हैं. जबकि कोरोना महामारी का बहाना बनाकर कभी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते और एलटीसी पर रोक लगा कर आर्थिक हमले कर रही है.