चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने सोमवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के सभी उपायुक्तों एवं अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए अपना भरपूर योगदान देने का आहवान किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए सघन अभियान चलाया जाये.
दमकल गाड़ियां बुझाएंगी पराली की आग
जगह-जगह मोबाइल पार्टियों की मदद से पराली जलाने वाले क्षेत्रों में जल्द से जल्द पहुंचा जाये और सख्त कर्रवाई की जाए. उन्होंने सभी जिलों के उपायुक्तों को शाम तक पराली जलाने वाले किसानों पर एफआईआर दर्ज किए जाने का आंकडों सहित रिपोर्ट उपलब्ध करने के भी आदेश दिए. उन्होंने कहा कि जहां भी पराली जलाई जा रही है वहां दमकल गाडियां जल्द से जल्द पहुंच कर आग पर नियंत्रण करें तथा इसका व्यय किसानों से ही लिया जाये.
पंचायत करेंगी पराली जलाने वाले किसानों की निंदा
इसके अलावा, गांवों में अगले दो तीन दिन ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाये जिसमें सरपंच द्वारा पराली जलाने वाले किसानों के नामों की सूचना दी जाये तथा इसकी पंचायत में ही कड़े शब्दों में निंदा भी की जाये.
पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान नहीं देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई होगी
उन्होंने कहा कि पराली प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए ग्राम सचिव, पटवारी तथा नंबरदारों को भी सम्मलित किया जाये. उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निर्देश दिये हैं कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान नहीं दे रहा उस पर कार्रवाई की जाये. उन्होंने कहा कि सभी कस्टमर हायरिंग केंद्रों का निरीक्षण किया जाये और आंकड़ा एकत्रित किया जाये कि कितने किसानों द्वारा इसका लाभ उठाया गया है.
उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित किया जाये कि सभी कंबाइन स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े हों. उन्होंने कहा कि निर्माण, ब्रिक्स प्लांट्स, टूटी सडक़ों, पराली, कूड़ा, वाहन के जाम, अवैध पार्किंग व अन्य किसी तरह से प्रदूषण न हो इसके लिए आदेशों की कड़ाई से पालना की जाये.