कैथल:हरियाणा में धान की खेती को लेकर अब सियासत तेज हो गई है. सोमवार को सरकार की इन्हीं नीतियों के खिलाफ धरना दे रहे किसानों का साथ देने रणदीप सुरजेवाला गुहला चीका पहुंचे. इस दौरान सुरजेवाला हरियाणा सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार की तानाशाही अब सारी हदें पार कर गई हैं.
सुरजेवाला ने मनोहर लाल सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वे गुहला चीका क्षेत्र में आए या फिर सुरजेवाला उन्हें मोटरसाइकिल या गाड़ी में लेकर आएंगे. उन्हें गुहला चीका के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करवाएंगे. अगर वे इन क्षेत्रों में मक्का और दाल की फसलें उगाते हैं, तो वे अपनी राजनीति छोड़ देंगे.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 9 मई, 2020 को एक हिटलरशाही फरमान जारी कर खट्टर सरकार ने गुहला चीका, सीवन, शाहबाद, बबैन, इस्माईलाबाद, पीपली सहित हरियाणा के 19 ब्लॉक्स में धान की खेती पर पाबंदी लगा दी. अब तो पानी सिर से पार हो गया है. किसान को चोट पहुंचाना ही बीजेपी और जेजेपी का राजधर्म है. खट्टर सरकार ने कुरुक्षेत्र और कैथल के किसान की खेती उजाड़ने, आढ़ती और दुकानदार का धंधा बंद करने, राइस सेलर और चावल उद्योग पर पूरी तरह तालाबंदी करने का निर्णय कर लिया है.
राज्यपाल के नाम सुरजेवाला का ज्ञापन
गुहला चीका सीवन में खट्टर सरकार की ओर से धान की खेती पर पाबंदी के विरोध में कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एसडीएम कार्यालय के सामने सांकेतिक धरना दिया. हरियाणा के राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. सुरजेवाला ने गठबंधन सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी तो ये उनका सांकेतिक धरना है. इसके बाद रण होगा. 9 मई 2020 को जारी फरमान सरकार वापस नहीं लेती, तो सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.