आंध्र प्रदेश : आज भी पुरानी पीढ़ी की याद दिलाता है यह अनोखा घर
आमतौर पर एक घर वह होता है जो ईंटों और सीमेंट या अन्य चीजों से बनाया जाता है. लेकिन आंध्र प्रदेश में एक घर ऐसा है जिसको बनने में इससे भी ज्यादा सामाग्री का इस्तेमाल हुआ है. इस घर की न केवल घर के सदस्य बल्कि शहरवासी भी देखभाल करते हैं. लोगों का मानना है कि यह घर उन्हें उनकी पैतृक परंपराओं की याद दिलाता है और पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को आपस में जोड़े रखता है. घर की प्रत्येक वस्तु को सावधानी के साथ संरक्षित किया गया है. यहां तक कि 90 साल पुरानी पारंपरिक खाट आज भी खूबसूरत लगती है. जूट के थैलों का उपयोग लगभग 2 शताब्दियों में किया गया था और वे आज भी किसानों का ध्यान आकर्षित करते हैं. पुराने बर्तन, अनाज, हल्दी, मिर्च और अन्य अनाज को पीसने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाली चक्की भी इस घर में मौजूद हैं. बता दें कि छत पर टाइल्स इतनी बारीकी से लगाई गई हैं कि बारिश की एक बूंद भी घर में नहीं टपकती हैं. आपको बता दें कि घर के ये सभी चीजें लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. बता दें कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी, ने भी दो बार घर का दौरा किया था.
Last Updated : Mar 1, 2020, 6:36 AM IST