Geeta Sar : योगाभ्यास में निरंतर लगकर आत्मसंयमी योगी समस्त भौतिक...
धीरे-धीरे, क्रमशः पूर्ण विश्वासपूर्वक बुद्धि के द्वारा समाधि में स्थित होना चाहिए और इस प्रकार मन को आत्मा में ही स्थित करना चाहिए तथा अन्य कुछ भी नहीं सोचना चाहिए. मनुष्य को चाहिए कि मनोधर्म से उत्पन्न समस्त इच्छाओं को निरपवाद रूप से त्याग दे और मन के द्वारा सभी ओर से इन्द्रियों को वश में करे. मनुष्य को चाहिए कि मन के द्वारा सभी ओर से इन्द्रियों को वश में करे. योगाभ्यास में निरंतर लगकर आत्मसंयमी योगी समस्त भौतिक कल्मष से मुक्त हो जाता है और भगवान की दिव्य प्रेम भक्ति में परम सुख प्राप्त करता है. Geeta Quotes. Geeta Sar. Motivational Quotes. Aaj Ki Prerna . Geeta Gyan .
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:35 PM IST