डायबिटीज बीमारी एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है. जिसमें शरीर के रक्त में ग्लूकोज का स्तर बहुत अधिक बढ़ जाता है. जिसे हाई डायबिटीज कहा जाता है. जबकि कई बार ग्लूकोज का स्तर अचानक कम होने पर मरीज लो डायबिटीज का शिकार हो जाता है यानी शरीर के रक्त में ग्लूकोज का स्तर बहुत कम हो जाता है. इसके अलावा इंसुलिन की कमी, परिवार में किसी व्यक्ति का डायबिटिक होना, बढ़ती उम्र, हाई केलोस्ट्रोल लेवल, एक्सरसाइज ना करने की आदत, हारमोंस का असंतुलित होने के कारण लोग डायबिटीज की चपेट में आ जाते हैं. इसी प्रकार हाई ब्लड प्रेशर, खानपान की गलत आदतों के कारण कई बार व्यक्ति डायबिटीज की चपेट में आ जाता है. इसके अलावा लाइफस्टाइल में बदलाव और अत्यधिक फास्ट फूड का सेवन भी डायबिटीज का मुख्य कारण माना गया है. Best remedies prescription for healthy lifestyle is brisk walking and light exercise .
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ (King George Medical University Lucknow) के एक वरिष्ठ संकाय डॉ कौसर उस्मान (Dr Kausar Usman)ने कहा, "कोविड प्रतिबंध खत्म होने के बाद भी, कंपनियां, विशेष रूप से कुछ क्षेत्रों में, अभी भी WFH policy पर हैं. शायद यही कारण है कि 30 से 40 वर्ष के बीच के लोगों में मधुमेह (Diabetes cases among people between age group of 30 and 40) मामले बढ़ रहे हैं. कामकाजी पेशेवरों को एक अच्छा कार्य-जीवन संतुलन बनाना सीखना चाहिए."
संभावित महामारी : एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स (Association of International Doctors) के महासचिव डॉ अभिषेक शुक्ला (Dr Abhishek Shukla) ने कहा कि, "मोटापा, जो मधुमेह के लिए एक बड़ा योगदान कारक है, युवा पेशेवरों में बढ़ रहा है. वे लंबे समय तक बैठते हैं, काम करते समय भी फास्ट फूड खाते रहते हैं. यह एक अस्वास्थ्यकर जीवनशैली है." डॉ मयंक सोमानी (Dr Mayank Somani) ने कहा, "भारत में मधुमेह 77 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित करने वाली संभावित महामारी का दर्जा तेजी से प्राप्त कर रहा है."
अभिनेताओं की हालिया मौतों का कारण : चिकित्सा विशेषज्ञों ने आगे कहा कि, युवा अब शारीरिक गतिविधि के नुकसान की भरपाई के लिए भारी कसरत करना पसंद करते हैं. Dr D K Srivastava के अनुसार, "यह काउंटर प्रोडक्टिव हो सकता है क्योंकि शरीर अचानक उच्च तीव्रता वाली कसरत को सह नहीं पाता. स्वस्थ जीवनशैली के लिए तेज चलना और हल्का व्यायाम सबसे अच्छा नुस्खा है." उन्होंने संकेत दिया कि हिंदी फिल्म उद्योग में अभिनेताओं की हालिया मौतों के पीछे भारी कसरत कारण हो सकता है.
डायबिटीज अनुवांशिक है : जयपुर के वरिष्ठ डायबिटीज विशेषज्ञ डॉक्टर विजय कपूर (Dr Vijay Kapoor Diabetologist ) का कहना है कि आमतौर पर दो तरह की डायबिटीज मरीजों में देखने को मिलती है. इसमें सबसे पहले आती है टाइप 1 डायबिटीज. डॉक्टर कपूर का कहना है कि टाइप 1 डायबिटीज छोटे बच्चों में देखने को मिलती है और यह डायबिटीज अनुवांशिक मानी जाती है. जबकि टाइप 2 डायबिटीज के मामले वयस्क या फिर बुजुर्ग लोगों में देखने को मिलती है, लेकिन पिछले कुछ समय से टाइप 2 डायबिटीज के मामले छोटे बच्चों में भी देखने को मिले हैं जो काफी घातक हैं. आंकड़ों की बात करें तो 10 में से 1 व्यक्ति डायबिटीज पीड़ित है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में डायबिटीज से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ सकती है.