हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के महासचिव टेद्रोस अधनोम घब्रेयसस ने कोविड-19 के टीके के मुद्दे पर कहा कि हमें टीके के राष्ट्रवाद से बचना चाहिए. विश्व भर में योजनानुसार सीमित आपूर्ति को साझा करना विभिन्न देशों के हित में है. लेकिन कुछ अमेरिकी राजनीतिज्ञ टीके को लेकर अपने स्वार्थ का अनुसरण कर रहे हैं, जो महामारी के खिलाफ वैश्विक सहयोग को खत्म कर रहा है. फिलहाल, कुछ देशों में कोविड-19 टीके के विकास और जल्द ही बाजार में आने की खुशखबरियां सामने आयी हैं, जिसने महामारी के खिलाफ विजय पाने का विश्वास जगाया है. लेकिन खेद की बात है कि कुछ अमेरिकी राजनीतिज्ञ टीके के अनुसंधान और विकास को राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं. कुछ अमेरिकी राजनीतिज्ञों की नजर में टीका महामारी के निपटारे में अपनी विफलता पर पर्दा डालने, आम लोगों में व्याप्त असंतोष हटाने और वोट आकर्षित करने का उपकरण है.
दूसरी ओर वे टीके के विकास और प्रयोग में मुख्य भूमिका निभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, ताकि मोटे पैसे कमाये जा सके. साइंस पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी सरकार ने अनेक फार्मा कंपनियों के साथ 6 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक खरीद सौदों पर हस्ताक्षर किये हैं.