शोधकर्ताओं ने एक बार फिर दावा किया है कि माउथवॉश इस्तेमाल करने से कोरोनावायरस मर जाता है. प्रयोगशाला में शोध के दौरान पाया गया कि 30 सेकंड में माउथवॉश से ये वायरस मरता है. ब्रिटेन में कार्डिफ विश्वविद्यालय के अध्ययन से पता चला है कि कुछ माउथवॉश लार (सलाइवा) में कोरोनावायरस को मारने में मदद कर सकते हैं. ये अध्ययन अभी प्रकाशित नहीं किया गया है.
बीबीसी के अनुसार, हालांकि शोध से पता चलता है कि माउथवॉश के उपयोग से लार में वायरस को मारने में मदद तो मिल सकती है, लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं है कि इसे कोरोनावायरस के उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. ये भी नहीं कह सकते कि वायरस श्वसन तंत्र या फेफड़ों तक नहीं पहुंचेगा.
शोध कर रहे लेखकों ने कहा, 'इन व्रिटो सार्स-कोव-2 को निष्क्रिय करने के लिए माउथवॉश की क्षमता का परीक्षण किया गया, जो संक्रामकता में कमी का पता लगाने के लिए सभी प्रोटोकॉल का उपयोग करके किया गया.'
माउथवॉश का परीक्षण प्रयोगशाला में उन परिस्थितियों में किया गया, जो मुंह या नाक जैसी परखनली के डिजाइन की थी. शोधकर्ताओं ने बताया कि माउथवॉश में कम से कम 0.07 प्रतिशत सेटाइपैराडिनियम क्लोराइड है, जिसमें वायरस मारने की क्षमता के संकेत दिखते हैं.