नई दिल्ली:द्वारका जिला पुलिस ने एक कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है. इस मामले में पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें छह युवतियां भी शामिल हैं. यह लोग भोले-भाले लोगों को टारगेट करके उनसे धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते थे. यह अब तक 1700 से ज्यादा लोगों को लोन दिलाने को लेकर टारगेट कर चुके थे.
डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में आमिर, रोहित वर्मा, फैजल, विशाल, मोहित कुमार, संतोष, निधि, मेघा, अंशु, श्वेता, उषा और अर्चना शामिल हैं. यह सभी दिल्ली और गाजियाबाद के रहने वाले हैं. पुलिस टीम ने इनके कब्जे से 21 मोबाइल, 29 रजिस्टर, दो नोटपैड और एक लैपटॉप भी बरामद किया है.
बिंदापुर में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश पुलिस के अनुसार इनकी सूचना ऑपरेशन टीम को मिली थी और बिंदापुर पुलिस के साथ ऑपरेशन सेल की टीम ने उत्तम नगर के बाल उद्यान रोड पर छापा मारकर इस कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया. डीसीपी ने बताया कि कॉल सेंटर को चलाने वाला फैजल है, जो गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. उसने अपने टीम को यह भी बता रखा था कि उसका काम मेडिसिन सेल करने और उसके प्रचार-प्रसार का है. वह बेवकूफ बनाने के लिए काउंटर पर कुछ अलग-अलग कंपनियों के मेडिसिन भी रखता था. जो उनके यहां काम करते थे उन्हें वह कस्टमर सपोर्ट एजेंट के रूप में दिखाता था. इन सब की आड़ में यह लोग, लोगों को लोन दिलाने का झांसा देकर उन्हें बेवकूफ बनाते थे.
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प्रोसेसिंग फी के नाम पर लोगों से अमाउंट डिपाजिट करवा कर उनसे धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते थे. जिस जगह पर यह कॉल सेंटर चला रहा था उसे फैजल ने लीज पर ले रखा था. इस मामले में फैजल के एक और दोस्त पारस की तलाश की जा रही है, जो गाजियाबाद यूपी का रहने वाला है. यह काल सेंटर इसी फरवरी से चलाया जा रहा था. पुलिस को जो 29 रजिस्टर मिले हैं, उसके डिटेल के आधार पर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि अब तक यह लोग एक करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी कर चुके हैं. इस कॉल सेंटर में 12 लोग काम करते थे, जिसमें छह महिलाएं भी शामिल थी, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
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