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Jamia: 'द गेम ऑफ वोट्स' पुस्तक का केरल के गवर्नर ने किया अनावरण - the game of votes

लेखक फरहत बशीर खान ने कहा कि मैंने इस पुस्तक को इसलिए लिखा है क्योंकि चुनाव और लोकतंत्र दोनों केवल एक प्रतिनिधि ही नहीं हैं, बल्कि वास्तव में सहभागी बन गए हैं. और अब चुनाव की रणनीति और राजनीति अभियान बहुत पेचीदा हो गए हैं राजनीति दलों का स्वरूप कल्पना से परे विकसित हो रहा है.

The Governor of Kerala unveiled the book The Game of Votes in jamia

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Published : Nov 22, 2019, 6:46 PM IST

नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली में चुनाव की सरगर्मियां तेज है जहां एक तरफ सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में लगी है वही जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर फरहत बशीर खान ने राजनीति और चुनाव से जुड़ी द गेम ऑफ वोट नाम से पुस्तक लिखी है जिसका अनावरण केरल के माननीय राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान ने किया.

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम
समारोह में शामिल हुई कई हस्तियांइस अनावरण समारोह में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर, प्रसार भारती के अध्यक्ष श्री ए सूर्यप्रकाश, बिजनेसवर्ल्ड और एक्सचेंज फॉर मीडिया के अध्यक्ष एवं प्रधान संपादक डॉ अनुराग बत्रा और जामिया के सेंटर फॉर मीडिया एंड गवर्नेंस के निदेशक विश्वजीत दास सहित अनेक लोग शामिल हुए.
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम
राज्यपाल ने दी लेखक को बधाईपुस्तक के अनावरण के बाद केरल के राज्यपाल ने कहा कि इस बेहद प्रासंगिक किताब के लिए लेखक को मेरी हार्दिक बधाई. वर्तमान समय में वास्तव में ऐसी पुस्तक की जरूरत है 'द गेम ऑफ वोट' भारतीय राजनीति और चुनाव पर एक महत्वपूर्ण प्राइमर है. उनका कहना था कि इस पुस्तक को लोगों को पढ़ना चाहिए जो भारतीय राजनीति और चुनाव में रुचि रखते हैं.

'वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ साथ अध्ययन में भी काम कर रहा जामिया'
इसके अलावा कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कहा कि प्रोफेसर खान की पुस्तक द गेम ऑफ वोट अत्यंत महत्वपूर्ण है. और मैं उत्साहित हूं कि जामिया वैज्ञानिक अनुसंधान में अग्रणी भूमिका निभाने के साथ ही अन्य विषय अध्ययन के लिए भी सार्थक काम कर रहा है.

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम



चुनाव और राजनीति पर लिखी पुस्तक
इसके साथ ही लेखक फरहत बशीर खान ने कहा कि मैंने इस पुस्तक को इसलिए लिखा है क्योंकि चुनाव और लोकतंत्र दोनों केवल एक प्रतिनिधि ही नहीं हैं, बल्कि वास्तव में सहभागी बन गए हैं. और अब चुनाव की रणनीति और राजनीति अभियान बहुत पेचीदा हो गए हैं राजनीति दलों का स्वरूप कल्पना से परे विकसित हो रहा है.


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