नई दिल्ली:दिल्ली देहात के दौराला गांव में हरियाणा और दिल्ली के दर्जनों गांव के सैकड़ों (Mahapanchayat in Daurala village of Delhi) लोगों ने 5 घंटे महापंचायत की, जिसके बाद दिल्ली सरकार के खिलाफ इस मामले को लेकर लड़ने के लिए कमेटी बनाई गई. साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि ड्यूटी के दौरान डेंगू की बीमारी की चपेट में आकर देहांत हुए हवलदार शिवकुमार की प्रतिमा गांव में स्थापित की जाएगी और साथ ही गांव को जोड़ने वाली सड़क का नाम भी शिवकुमार के नाम पर किया जाएगा.
दौराला गांव के रहने वाले और भारतीय सेना में हवलदार के पद पर तैनात शिव कुमार का पिछले महीने 22 सितंबर को दिल्ली के आर आर हॉस्पिटल में देहांत हो गया था. जयपुर में ड्यूटी के दौरान डेंगू की चपेट में आने की वजह से उंनको दिल्ली रेफर किया गया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी, जिसके बाद सैन्य सम्मान के साथ भारतीय सेना के जवानों ने उनकी अंतिम यात्रा निकाली और उनकी अंत्येष्टि गांव में की गई.
दिल्ली देहात बॉर्डर के दौराला गांव में 5 घन्टे चली महापंचायत, हरियाणा और दिल्ली के सैकड़ों लोग हुए शामिल
दिल्ली देहात के दौराला गांव में हरियाणा और दिल्ली के दर्जनों गांव के (Mahapanchayat in Daurala village of Delhi) सैकड़ों लोगों द्वारा 5 घंटे महापंचायत की गई. लोगों ने निर्णय लिया कि ड्यूटी के दौरान डेंगू की बीमारी की चपेट में आकर देहांत हुए हवलदार शिवकुमार की प्रतिमा गांव में स्थापित की जाएगी और गांव को जोड़ने वाली सड़क का नाम शिवकुमार के नाम पर रखा जाएगा.
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शहीद जवान का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार ना हो पाने तथा पूर्व सूचना के बाद भी दिल्ली सरकार की तरफ से श्मशान घाट को ठीक नहीं करवाया गया और ना ही उनके स्थानीय विधायक गुलाब सिंह या कोई अधिकारी इस दौरान शहीद जवान को सम्मान या उनके परिजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंचा, जिसे लेकर दौराला गाँव सहित दिल्ली देहात के सभी गाँव के लोगों में काफी रोष है. इसी मुद्दे को लेकर गांव के वरिष्ठ लोगों ने महापंचायत बुलाई थी.
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