नई दिल्ली:दिल्ली के पॉश इलाके सफदरजंग एंक्लेव के बलजीत लॉज में मृत पाए गए गाजियाबाद निवासी दीपक सेठी की मौत की गुत्थी उलझती जा रही है. पता चला है कि दीपक के साथ आई युवती ने लॉज में फर्जी पहचान पत्र जमा किया था. युवती का नाम अंजलि नहीं है और उसका मोबाइल नंबर भी फर्जी आईडी से लिया हुआ है. युवती मृतक दीपक का सोने का कड़ा सहित नकदी ले गई और उसने एक माफी का नोट भी छोड़ा है. पुलिस ने मृतक के शव का विसरा सुरक्षित रखवा दिया है, ताकि यह पता लग सके कि उसे जहर तो नहीं दिया गया था.
दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, लाइजनिंग का काम करने वाला दीपक सेठी, 30 मार्च की रात को एक युवती के साथ बलजीत लॉज में आया था. युवती ने लॉज में अपना पहचान पत्र जमा कराया था, जिसमें उसका नाम अंजलि और पता फर्रूखाबाद, यूपी लिखा हुआ था. लॉज में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पता चला कि युवती रात में ही लॉज से चली गई थी. इसके अगले दिन 31 मार्च को दीपक कमरे में मृत पड़ा मिला था और उसके मुंह से झाग निकल रहा था. मामले की जांच के लिए एसीपी वीकेपीएस यादव की देखरेख में इंस्पेक्टर दीपक तंवर व सतीश लोहिण की टीम गठित की गई, जिसे जांच में पता चला कि युवती ने अंजलि के नाम से जो पहचान पत्र लॉज में जमा कराया था वह फर्जी है.