नई दिल्ली: राजधानी में आगामी कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले ईटीवी भारत की टीम लगातार दिल्ली के अलग-अलग विधानसभाओं के अलग-अलग मोहल्लों में पहुंचकर ग्राउंड जीरो से हकीकत जानने की कोशिश कर रही है.
इसी कड़ी में ईटीवी की टीम दक्षिणी दिल्ली के बदरपुर विधानसभा के मीठापुर मोहल्ला में पहुंची और वहां के स्थानीय लोगों से जाना की, यहां की स्थानीय समस्या क्या है.
बदरपुर विधानसभा में क्या हैं समस्याएं, जानिए ग्राउंड रिपोर्ट मीठापुर चौक है अहम
आपको बता दें कि बदरपुर विधानसभा के अंतर्गत आने वाला मीठापुर चौक इस इलाके का एक महत्वपूर्ण स्थान है, जिसको भगवान परशुराम चौक कहा जाता है लेकिन यह चौक पिछले कई सालों से अपनी व्यथा पर रो रहा है. दरअसल मीठापुर चौक पर प्रतिदिन हजारों लोग गुजरते हैं और उनको घंटों जाम में फंसना पड़ता है.
लगता है भयंकर जाम
इस पर स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर गोल चक्कर बनाया जाना था, लेकिन अभी तक नहीं बन पाया है थोड़ा सा बना लेकिन आगे कुछ और नहीं बन पाया है. जिसके कारण यहां जाम की भयंकर स्थिति पैदा होती है और जब जाम लगती है तो कई-कई घंटे और लंबी-लंबी गाड़ियों की कतारें यहां पर लग जाती है और लोगों का इमरजेंसी के समय यहां से निकलना दुर्भर हो जाता है.
ये हैं स्थानीय समस्याएं
लोगों का कहना था कि यहां पर रोड खराब है सिर्फ कागजों में काम हुआ है और कई बार इस सड़क का शिलान्यास हो गया लेकिन यहां निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. इलेक्शन से पहले यहां पर सांसद ने भी शिलान्यास किया था लेकिन आधा सड़क बना और बाकी छोड़ दिया गया, यहां टूटी-फूटी सड़कें हैं, वहीं खंभों पर लाइट लगी है लेकिन वह जलता नहीं है. ऐसी तमाम समस्याओं को जनता गिनती हुई नजर आई.
'पुल नहीं बना तो हो सकता है हादसा'
हालांकि, कुछ लोग यहां के स्थानीय विधायक द्वारा किए जा रहे कार्यों से संतुष्ट नजर आए. वहीं यहां के स्थानीय लोगों ने मीठापुर चौक के पास आगरा कैनाल रोड पर बने पुल की समस्या को भी गिनाते नजर आए. लोगों का कहना था कि समय रहते अगर उस पुल को नहीं बनाया गया तो किसी दिन वो बड़े हादसे का कारण बनेगा.
मीठापुर चौक पर किए जा रहे विकास कार्यों से अधिकतर लोग असंतुष्ट नजर आए. हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना था कि जब यहां गोल चक्कर नहीं बनाया गया था तो इससे भी अधिक जाम लगती थी लेकिन अब गोल चक्कर बनाने से कुछ जाम कम हुआ है. हालांकि अभी गोल चक्कर में बहुत निर्माण कार्य बाकी है.