नई दिल्लीः 8 नवंबर को आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के मकसद से नोटबंदी की घोषणा की थी. देशभर में लोग अपने नोट बदलवाने के लिए दिन दिन भर बैंक की कतार में खड़े दिखाई दिए. व्यापारी वर्ग से लेकर मध्यम वर्ग के लोग, सभी अपने नोट बदलवाने के लिए बैंक की कतार में खड़े नजर आए.
नोटबंदी के चार साल बाद क्या कहती है दिल्ली की जनता आज नोटबंदी को चार साल पूरे हो गए हैं, लेकिन नोटबंदी के बाद हालात कितने बदले और पीएम मोदी के नोटबंदी का यह फैसला कितना सही रहा और कितना गलत रहा, इसको लेकर हमने आम जनता की राय जानने का प्रयास किया.
इस संबंध में अधिकतर लोग आज भी पीएम मोदी के इस फैसले के खिलाफ नजर आए. अधिकतर लोगों का का एकमात्र यही कहना है कि पीएम मोदी के इस फैसले से भ्रष्टाचार तो समाप्त नहीं हुआ, लेकिन इस फैसले ने आम लोगों को लाइन में खड़ा कर दिया. अधिकतर लोगों ने पीएम मोदी के इस फैसले से नाराजगी जताई. हालांकि कुछ लोग मोदी के इस फैसले पर खुश भी नजर आए.
बहरहाल आज भले ही नोटबंदी को 4 साल पूरे हो गए हो, लेकिन हालात आज भी स्थिति जस की तस की बनी हुई है. नोटबंदी के दौरान कतार में खड़े हुए लोगों का दर्द आज भी ताजा ही नजर आ रहा है, शायद इसी का परिणाम है कि आज भी अधिकतर लोग इस फैसले के खिलाफ नजर आ रहे हैं.