नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के खजुरी चौक पर जनता की सुविधा के लिए केवल एक सुलभ शौचालय है. कई हजार लोग रोज इस सुलभ शौचालय का प्रयोग करते हैं. अब इस सुलभ शौचालय की हालत बहुत ख़राब है. इस में हर तरफ गंदगी का अंबार है. शाम होते ही ये सुलभ शौचालय आम जनता के लिए बंद हो जाता है.
खजूरी पर एक मात्र सुलभ शौचालय बना नशे का अड्डा
खजुरी चौक पर लाखों लोग रोज आते जाते हैं. लोनी, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश से भी कई हजार लोग इस रास्ते से रोज आते जाते है. इतने लाखों लोगों पर मात्र एक सुलभ शौचालय है. जनता की सुविधा के लिए बना ये शौचालय अब जनता के किसी के काम नहीं आ रहा है. जनता के लिए बना यह सुलभ शौचालय अब उल्टा जनता के लिए ही मुसीबत बन बैठा है.
शौचालय में हर तरफ गंदगी ही गंदगी
खजुरी मेन चौक पर बने इस शौचालय में बहुत गंदगी है. हर वाशरूम में सीट पर ही गंदगी है. टॉयलेट सीट टूटी हुई है. यूरिन पोट टूटे हुए हैं. यूरिनल पोट की टंकी टूटी हुई है और यूरिनल पोट में कपूर आदि जैसी कोई गोलियां नहीं है जिसकी वजह से वहां पर बदबू फैली रहती हैं. लैट्रिन की टंकी खराब है एवं गंदगी ऊपर ही पड़ी हुई है. हाथ धोने की जगह पर घटिया क्वालिटी का साबुन रखा गया है. पुरे शौचालय में हाथ धोने के लिए मात्र दो टंकी है जिसमे से एक ख़राब है. शौचालय में मात्र दो या तीन ही लाइट है. बाकी सुलभ शौचालय में अंधेरा पड़ा हुआ है.
शाम को बन जाता है नशे का अड्डा
खजूरी चौक पर स्थित एकमात्र सुलभ शौचालय जनता की सुविधा के लिए बनाया गया था. लेकिन अब उल्टा यह जनता के लिये जी का जंजाल बना हुआ है. शाम होते ही सुलभ शौचालय नशे का अड्डा बन जाता है. शाम को इसमें लोग दारू पीते नजर आते हैं. शौचालय के केयरटेकर का इन पर कोई बस नहीं चलता. केयरटेकर से बात करने पर उन्होंने बताया कि जब हम नशा करने से रोकने की कोशिश करते हैं तो यह हमें जान से मारने की धमकी देकर भगा देते हैं. सुलभ शौचालय में दारू की बोतल, नशे की सुईया, बीड़ी, माचिस आदि बहुत अधिक मात्रा में मिलती है.
सुलभ शौचालय बहुत दूर तक बदबू मारता है. सुलभ शौचालय के केयरटेकर और सफाई कर्मी का सफाई पर कोई ध्यान नहीं हैं. जिसकी वजह से महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है.