नेता व अधिकारियों की मिलीभगत के चलते गांव के कुछ भूमाफियाओं को जोहड़ की आवंटित की गई जमीन के आवंटन को रद्द करने व अवैध कब्ज़ों को रोकने के कोर्ट के निर्देश की अधिकारी भी अनदेखी कर रहे हैं.
सालों से जोहड़ों के बचाव के लिए संघर्ष कर रहे एकता एन्क्लेव कॉलोनी के प्रधान राम अवतार त्यागी का कहना है कि गांव के जोहड़ खसरा नम्बर 148, 149, 193/2 में जोहड़ की जमीन कुछ दबंग लोगों को अलॉट कर दी गई और बाकि बची जोहड़ की जमीन को इधर-उधर से कुछ लोग भी घेर रहे हैं. इससे गांव की सालों पुरानी धरोहरों का अस्तित्व खतरे में है.
कॉलोनी के प्रधान ने बताया कि वे साल 2010 से जोहड़ों के बचाव के लिए भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. जोहड़ों के बचाव के लिए काफी जद्दोजहद करने के बाद ही इनके चारों ओर दीवार बनाई गई है.
कोर्ट के आदेश की जा रही अनदेखी
प्रधान त्यागी का कहना है कि गांव के जोहड़ों के बचाव के लिए सालों तक संघर्ष करने के बाद भी इनका सौन्दर्यीकरण नहीं किया जा रहा है. जबकि उच्च न्यायालय ने 31 अक्टूबर 2013 में साफ़तौर पर निर्देश दिए है कि भूमाफियाओं को जोहड़ की जमीन का आवंटन रदद् कर इस जमीन को वापिस जोहड़ में मिला दिया जाए और फिर जोहड़ों के सौंदर्यीकरण किया जाए. इसके बावजूद जमीनी स्तर पर कुछ होता नजर नहीं आ रहा है. इससे कोर्ट के आदेश की अनदेखी हो रही है.