नई दिल्लीःउत्तर पूर्वी दिल्ली की सीलमपुर विधानसभा में लगने वाले चौहान बांगर वार्ड में होने वाले उपचुनाव बेहद दिलचस्प होते दिखाई दे रहे हैं. प्रमुख समाज सेवी और राजनीतिक विश्लेषक डॉ. फहीम बेग ने ईटीवी भारत से एक खास मुलाकात में बताया कि चौहान बांगर की यह सीट अब आम से खास हो गई है.
निगम उप चुनाव को लेकर राजनीतिक विश्लेषक डॉ.फहीम ने किया बड़ा दावा दरअसल यहां से पूर्व कांग्रेसी विधायक चौधरी मतीन अहमद के बेटे चौधरी जुबैर के चुनाव लड़ने की संभावना है. जबकि आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी इशराक खान निगम पार्षद के लिए इस उप चुनाव में हाथ आजमा सकते हैं. बात की जाए मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान की, तो क्योंकि यह सीट उनके विधायक बनने से खाली हुई है. ऐसे में इस सीट को जिताना उनकी भी जिम्मेदारी है.
डॉ. फहीम ने कहा कि कहने को निगम चुनाव में नाली, साफ-सफाई, स्वास्थ्य सेवाओं को मुद्दा बनाया जाता है, लेकिन यहां के हालात कुछ अलग है. यहां ये मुद्दे हवा है. जबकि कांग्रेस जैसे दल दिल्ली हिंसा और महामारी के दौरान तबलीगी जमात पर दिल्ली सरकार की ज्यादती को हवा देने में लगी है. वहीं आप पूरी तरह से निगम की सत्तारूढ़ भाजपा पर घोटालों का आरोप लगाते हुए हमलावर है.
विधानसभा के बड़े दिग्गज नेताओं की संलिप्ता की वजह से इस सीट पर उप चुनाव बेहद अहम हो गया है. राजनीतिक विश्लेषक बताते हैं कि जिस तरह से माहौल बनाया जा रहा है, उससे लगता है कि चौहान बांगर सीट का चुनावी रिजल्ट अगले साल होने वाले दिल्ली नगर निगम के चुनाव के समय दिल्ली के दूसरे मुस्लिम इलाकों में भी प्रभाव डाल सकता है.
इसी बात से परेशान आम आदमी पार्टी ने मुस्लिम समाज की नब्ज टटोलने के लिए अपने सबसे विश्वसनीय विधायक अमनातनुल्लह खान को सीलमपुर खास तौर से चौहान बांगर इलाके में लगाया गया था. जिसका रिजल्ट तो पार्टी नेताओं को ही पता होगा, लेकिन यह बात साफ है कि कांग्रेस पार्टी अपनी मीटिंगों में लगातार इसका जिक्र करते हुए लोगों को इस बारे में बता रही है.