नई दिल्लीःपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में विज्ञान भवन में नवम् राष्ट्रीय ‘अटल सम्मान समारोह’ और संगीतमय अटल गाथा का आयोजन किया गया. आयोजन अटल सम्मान समारोह ट्रस्ट ने किया. समारोह के प्रारम्भ में प्रसिद्ध कथा वाचक अजय भाई ने अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन संस्मरणों और उनकी कविताओं का संगीतमय पाठ किया. इसे सुनकर सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए. बार-बार बजती लोगों की तालियां सभागार को गुंजा रहीं थी. लोगों ने बताया कि इस तरह से अटल जी पर अटल गाथा का आयोजन पहली बार देखा जो आजीवन स्मृतियों में बना रहेगा. (Atal Samman ceremony organized at Vigyan Bhawan Delhi)
अटल गाथा के पश्चात अटल सम्मान समारोह के दौरान देश भर से चयनित सभी 12 लोगों का सम्मान सांसद मनोज तिवारी, विधायक अजय महावर और समारोह के आयोजक भुवनेश सिंघल ने किया. सभी अवॉर्ड विजेता को 51 वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच विशेष सम्मान भेंट किया गया, जिसमें सर्वप्रथम उन्हें चौकी पर स्थान देकर उनका तिलक किया गया. तत्पश्चात उन्हें श्रीफल भेंट किया गया. उसके बाद वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर से विशेष तौर पर मंगाई पुष्प माला पहनाई जाएगी.
जेम माइंस की विशेष रत्नों की माला, चांदी का विशेष प्रतीक चिह्न, ग्यारह हजार रुपए की सम्मान राशि, अंग वस्त्र, अटल समारोह का विशेष बैग, अटल समारोह का विशेष मास्क, 'स्मृतियां अटल हैं' पुस्तक तथा एक सम्मान पत्र सहित कुल 10 वस्तुएं भेंट कर सम्मानित किया गया. इस वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में दिए गये अटल सम्मान निम्न प्रकार हैंः
- कन्हैया मित्तल, प्रसिद्ध भजन गायक, चंडीगढ, अटल संस्कृति शिखर सम्मान
- यशपाल षर्मा, हरियाणा - फिल्म कलाकार - अटल कलाकीर्ति शिखर सम्मान
- अजय भाई, दिल्ली - कथा वाचक - अटल प्रज्ञ शिखर सम्मान
- दिव्या काकरान, अर्जुन अवॉर्डी, खिलाड़ी, महिला रेसलर, गोल्डमेडलिस्ट, अटल क्रीडा शिखर सम्मान
- शबना शशिधरन, नृत्यांगना, केरल, अटल नृत्य निष्णात शिखर सम्मान
- प्रभु चन्द्र मिश्रा, बिहार, अटल अन्वेषी शिखर सम्मान
- प्रीति गुप्ता, फिल्म निर्माता - अटल उज्ज्वला शिखर सम्मान
- बीरेन्द्र मेहरा, अटल विभूति शिखर सम्मान
- ओमप्रकाष परमार, अटल समाज सेवी शिखर सम्मान
- राजीव गुप्ता, अटल सेवा शिखर सम्मान
- रवि कुमार वार्श्णेय, अटल श्रीयुत शिखर सम्मान
- अनुज माथुर, राजस्थान, मेजर जनरल, विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित, अटल शौर्य शिखर सम्मान
ट्रस्ट के संरक्षक सांसद व अभिनेता मनोज तिवारी ने कहा कि इस आयोजन की भव्यता ने इसको दिव्यता प्रदान कर दी है. 51 ब्राहमणों द्वारा शंखनाद और मंत्रोच्चार तथा श्रीफल, तिलक, चौकी आदि से इस प्रकार से अपनी सांस्कृतिक पहचान और परम्पराओं से सम्मान देने की भुवनेश सिंघल की सोच ने इस अटल सम्मान समारोह को दिव्यता प्रदान कर दी है. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि यह नौवां आयोजन है और इसमें अब तक सैकड़ों कलाकारों को अटल सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. पहले यह आयोजन संसद भवन एनेक्सी में होता रहा, मगर अब यह विगत कुछ वर्षों से विज्ञान भवन में किया जा रहा है. इस आयोजन में सभी विधायकों और पार्षदों का उपस्थित रहना भी इसकी गरिमा को और अधिक भव्य कर गया.