नई दिल्ली:देश में बढ़ रही यौन उत्पीड़न की शिकायतों को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई जा रही है, क्योंकि ज्यादातर लोगों को यौन उत्पीड़न के बारे में पता ही नहीं होता. ज्यादातर यौन उत्पीड़न के मामले छात्रों के साथ होते हैं. इसलिए दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में यौन उत्पीड़न विषय पर एक सेमिनार लगाया गया.
कॉलेज के नॉन टीचिंग स्टाफ को इस विषय के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही यह बताया गया कि यौन उत्पीड़न के मामले किस-किस तरीके से सामने आते हैं और कहां-कहां यह मामले अंजाम दिए जाते हैं. इतना ही नहीं सेमिनार में ये भी बताया गया कि सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि कई अन्य तरीकों से भी छात्रों या कर्मचारियों के साथ यौन उत्पीड़न किया जाता है.
कॉलेज और स्कूलों समेत ऑफिस में भी आते हैं मामले
यौन उत्पीड़न मामलों की जानकार और वकील अपराजिता अमर ने बताया कि यौन उत्पीड़न के मामले कॉलेज, स्कूल समेत ऑफिस से भी आते हैं. जहां पर कई कर्मचारी काम करते है. इस दौरान कई बार सीनियर पोस्ट पर बैठे कर्मचारी जूनियर कर्मचारियों के साथ यौन उत्पीड़न जैसे मामलों को अंजाम देने की कोशिश करते हैं और ऐसा नहीं करने पर वह उन्हें नौकरी से निकालने की भी धमकी देते हैं.