नई दिल्ली: बाहरी दिल्ली के मदनपुर डबास गांव के किसान मूलभूत सुविधाओं के अभाव की वजह से परेशान हैं. खेतों की सिंचाई के लिए इस गांव के किसानों को बिजली कनेक्शन लेने के लिए 16 -17 महीने का इंतजार करना पड़ता है. बिजली के कनेक्शन के लिए कई किसान पिछले ढाई साल से इंतजार कर रहे हैं. टाटा पावर को फीस जमा कराने और दिल्ली जल बोर्ड से एनओसी लेने के बावजूद किसानों को अभी तक बिजली का कनेक्शन नहीं मिला.
बिजली के लिए तरस्ते गांव के लोग 17 महीनों से बिजली का इंतजार
किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए ट्यूबवेल चलाने की जरूरत होती है लेकिन यहां हालात इतने खराब हैं कि पिछले 16 -17 महीनों से किसानों को बिजली का कनेक्शन नहीं मिल पा रहा. कुछ किसान तो ऐसे हैं जिन्हें पिछले ढाई साल से इंतजार करना पड़ रहा है कि वह ट्यूबवेल चलाकर खेतों की सिंचाई कर सकें.
'नहीं मिला बिजली का कनेक्शन'
इसी समस्या ईटीवी भारत ने इलाके के एक किसान सुरजीत डबास से बातचीत की तो उन्होंने बताया पिछले ढाई साल से वह बिजली दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन उन्हें अभी तक कनेक्शन नहीं मिला. हालांकि 16 -17 महीने पहले उन्होंने टाटा पावर के दफ्तर में ₹13500 की फीस जमा कराई थी साथ ही साथ दिल्ली जल बोर्ड से एनओसी भी ले ली था ट्यूबवेल चलाने के लिए, जिसके बाद अभी तक खेती के लिए बिजली का कनेक्शन नहीं मिल पाया.
उन्होंने बताया कि जब वह अपने क्षेत्र के विधायक के पास जाते हैं, तो उन्हें सिर्फ आश्वासन मात्र ही मिलता है कोई सहायता नहीं मिलती. इलाके के निगम पार्षद ने थोड़ी बहुत सहायता की लेकिन उससे काम नहीं चलता. अगर देश की राजधानी में ही किसानों को खेती के लिए बिजली का कनेक्शन पाने में इतनी दिक्कत हो होगी तो पूरे देश का क्या हाल होगा. दिल्ली सरकार जो अपने आप को किसानों का हितेषी बताती रही है अगर वह इस तरह के अनदेखी करेगी तो किसानों का क्या होगा.