नई दिल्ली: डूसू चुनाव के लिए प्रचार प्रसार थम गया है. 12 सितम्बर यानि गुरूवार को वोटिंग होनी है. छात्र भी तैयार है और यूनिवर्सिटी प्रशासन भी. डूसू मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर अशोक के प्रसाद का कहना है कि चुनाव की तैयारी पूरी कर ली गई है. उन्होंने बताया कि इस बार मतदान ईवीएम से कराने के लिए सभी कॉलेजों के मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है.
वोटिंग के लिए इस बार दी गई खास ट्रेनिंग डूसू मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर अशोक के प्रसाद ने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी छात्र संघ का चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से ही कराया जाएगा. साथ ही कहा कि मतदान ईवीएम से कराने के लिए सभी कॉलेजों के मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दे दिया गया है.
चार से पांच राउंड की ट्रेनिंग दी गई
वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव को सुचारू रूप से कराने को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर अशोक के प्रसाद ने कहा कि कॉलेजों के मतदान अधिकारियों को वोटिंग कराने के लिए चार से पांच राउंड की ट्रेनिंग दी गई है जिससे की वोटिंग के दौरान अगर किसी भी तरह से परेशानी आए तो उसे तुरंत दूर कर लिया जा सके.
वहीं प्रोफेसर अशोक के प्रसाद ने बताया कि अमूमन ईवीएम में दो तरह की परेशानियां आती हैं. पहली कि उसका डिस्प्ले कई बार खराब हो जाता है. इसके लिए स्ट्रिप्स रिजर्व करके रख दी गई है जिसके चलते यदि ऐसी कोई समस्या आती है तो डिस्प्ले रिप्लेस करके वापस ईवीएम का रिकॉर्ड देखा जा सकेगा.
'सील का रखेंगे खास ख्याल'
वहीं दूसरी समस्या ये होती है कि डूसू और कॉलेज दोनों के ही इलेक्शन ईवीएम से होते हैं तो कई बार मशीन बदलने की आशंका बनी रहती हैं. ऐसे में हर कॉलेज में विशेष रूप से ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं जो मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद बैलेट बॉक्स के सील होने पर विशेष ध्यान रखेंगे और उनकी जिम्मेदारी होगी कि सही बॉक्स सही पैकेट में जाए जिससे काउंटिंग में किसी तरह की गड़बड़ी ना हो.
डूसू मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर अशोक के प्रसाद छात्रों से की अपील
वहीं बीते साल ईवीएम को लेकर हुआ बवाल इस साल ना दोहराया जाए इसके लिए उन्होंने छात्रों से अपील की है कि अगर किसी भी तरह की कोई तकनीकी खराबी ईवीएम में पाई जाती है तो थोड़ा संयम बनाकर रखें जिससे उस खराबी को समय रहते सही किया जा सके.
साथ ही उन्होंने कहा कि ईवीएम बनाने वाले विभाग से मशीनों की पूरी तरह से जांच करवा ली गई है. साथ ही शिक्षकों को भी प्रशिक्षित कर दिया गया है कि अगर छोटी-मोटी तकनीकी खराबी होती भी है तो उसे कैसे ठीक किया जा सकता है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर अशोक के प्रसाद ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के 52 कॉलेज डूसू से एफिलिएटेड है जहां पर छात्र संघ चुनाव आयोजित किया जाएगा. वहीं डूसू चुनाव के लिए कुल 156 ईवीएम मशीन का इंतजाम किया गया है. उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों को मिलाकर लगभग 140 ईवीएम का ही इस्तेमाल होगा, वहीं बाकी की मशीन रिजर्व रखी गई है कि यदि कोई तकनीकी खराबी हो तो ईवीएम को बदला जा सके. इस साल मतदाताओं की संख्या में भी इजाफा हुआ है.
कॉलेजों में बढ़ाई गई EVM की संख्या
EWS कोटे में छात्रों का दाखिला होने के चलते मतदाताओं की संख्या लगभग 1.44 लाख तक पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि कॉलेजों में लंबी लाइन में छात्रों को ना खड़ा होना पड़े इसके लिए जरूरत अनुसार कॉलेजों में ईवीएम की संख्या भी बढ़ा दी गई है. साथ ही हर कॉलेज में विशेष रूप से ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं जो बैलट बॉक्स पर खास निगरानी रखेंगे.
उन्होंने कहा कि चुनाव शांतिपूर्वक हो सके इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं. साथ ही छात्रों से अपील भी की गई है कि वो किसी विरोध और हो हल्ला के बजाय धैर्य पूर्वक मतदान करें और चुनाव आयोग को सहयोग करें.
सुबह 8.30 बजे से शुरू होगी वोटिंग
बता दें कि मॉर्निंग शिफ्ट में मतदान सुबह 8:30 बजे से 12:30 बजे तक होगा, इवनिंग शिफ्ट में दोपहर 3 बजे से शाम 7:30 बजे तक मतदान होगा. इसके अलावा कॉलेजों का रिजल्ट उसी दिन कुछ ही देर में जारी कर दिया जाएगा जबकि डूसू का रिजल्ट 13 सितंबर को जारी किया जाएगा.